New Delhi : ब्रिटेन में एक ऐतिहासिक राजनीतिक घटनाक्रम के चलते बड़ा बदलाव हुआ है। भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद ऋषि सुनक वहां के प्रधानमंत्री बन गए हैं। ऋषि सुनक से जुड़ी कई दिलचस्प जानकारियां हैं। मसलन, वह एक भारतीय उद्योगपति के दामाद हैं। ऋषि सुनक के माता-पिता भारत से अफ्रीका गए थे। अफ्रीका से लंदन में जाकर बस गए। ऋषि सुनक के परिवार का कारोबार ड्रग और फार्मा से जुड़ा रहा। अब उनके पास ब्रिटेन में बहुत बड़ी संपत्तियां हैं। ब्रिटिश पीएम श्रीमद्भागवत गीता और हिंदुत्व में भरोसा रखते हैं। उनके दोनों बच्चों के नाम भी भारतीय परंपरा के मुताबिक रखे गए हैं।
1. भागवत गीता पर हाथ रखकर कसम खाने वाले ब्रिटेन के पहले सांसद : ऋषि सुनक ने ब्रिटेन की संसद में भगवद गीता पर हाथ रखकर कसम लेते हुए सांसद के रूप में शपथ ली थी। ऐसा करने वाल वह यूके के पहले सांसद बने थे। उनसे पहले कभी ब्रिटिश इतिहास में मां के किसी सांसद में गीता पर हाथ रखकर पद और गोपनीयता की शपथ नहीं ली।
2. ऋषि सुनक पूरी तरह भारतीय मूल के हैं : ऋषि सुनक पूरी तरह भारतीय मूल के हैं। मतलब, उनके माता-पिता, दोनों भारतीय मूल के हैं। वह लोग 1960 के दशक में पूर्वी अफ्रीका से यूके चले गए थे।
3. मेडिकल प्रोफेशन से ताल्लुक रखते थे माता-पिता : ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक के माता-पिता मेडिकल प्रोफेशन से ताल्लुक रखते थे। सुनक के पिता यशवीर सुनक नेशनल हेल्थ सर्विस जनरल के चिकित्सक थे। उनकी मां उषा सुनक एक केमिस्ट की दुकान चलाती थीं।
4. इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति के दामाद हैं : ऋषि सुनक की शादी इंफोसिस के प्रमुख नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से हुई है। उनकी बेटियां कृष्णा और अनुष्का हैं। ऋषि ने भारतीय और हिंदुत्व परंपराओं को पूरी तरह अपने परिवार में जीवित रखा है। वह हिंदुत्व और श्रीमद्भागवत गीता के अनुयाई हैं।
5. डाउनिंग स्ट्रीट पर दिवाली बनाने का श्रेय मिलता है : जब बोरिस जॉनसन यूनाइटेड किंगडम के प्राइम मिनिस्टर थे तो ऋषि सुनक उनके नेतृत्व में राजकोष के चांसलर थे। उस कार्यकाल में ऋषि सुनक ने रेसिडेंस ऑफ डाउनिंग स्ट्रीट पर दिवाली के दीए जलवाए थे। यह ब्रिटिश प्राइम मिनिस्टर का आधिकारिक घर है।
6. अपनी सांस्कृतिक परंपराओं को तरजीह देते हैं : ऋषि सुनक अकसर अपनी विरासत के बारे में बात करते हैं और बताते हैं कि कैसे उनके परिवार ने उन्हें इन मूल्यों और संस्कृति से अवगत कराया है। वह अपने माता-पिता के साथ साथ नारायणमूर्ति दंपति को भी इन परंपराओं को जीवित रखने के लिए श्रेय देते रहे हैं।
7. सुनक में पालन-पोषण और शिक्षा में भारतीय परंपराएं : अधिकांश भारतीय परिवारों की तरह सुनक के परिवार में भी शिक्षा ही पालन-पोषण का एक प्रमुख पहलू रहा है। सुनक ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से स्नातक किया। वह यूनिवर्सिटी से निकलने के बाद इनवेस्टमेंट बैंकर रहे हैं। जीवन के दूसरे पड़ाव में वह ब्रिटिश पॉलिटिक्स में एक्टिव हुए।
8. ऋषि और उनके परिवार का बेंगलुरु से गहरा रिश्ता : ऋषि सुनक अपनी पत्नी और दोनों बेटियों के साथ अकसर अपने ससुराल वालों से मिलने बैंगलोर जाते हैं। आपको बता दें कि इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति और उनका परिवार बेंगलुरु में ही रहता है। नारायणमूर्ति भी भारत लौटने से पहले अमेरिका और ब्रिटेन में रह चुके हैं।
9. दुविधाओं के दौरान काम आती है गीता : इसी साल यानी 2022 की गर्मियों में पीएम पद के चुनाव प्रचार के दौरान ऋषि सुनक को जब कई तरह की आलोचनाओं का सामना करना पड़ा तो उन्होंने एक बयान साझा किया। उन्होंने कहा था कि भगवद गीता अकसर तनावपूर्ण परिस्थितियों में उन्हें बचाती है। उन्हें कर्तव्यपरायण रहने की याद दिलाती है।
10. ब्रिटेन में अच्छी खासी संपत्तियों के मालिक हैं : ऋषि सुनक की कुल सम्पत्तियां करीब 700 मिलियन पाउंड से अधिक की हैं। इसके अलावा यूके में उनकी कई संपत्तियां हैं। वे यॉर्कशायर में एक हवेली के मालिक हैं। ऋषि और उनकी पत्नी अक्षता के पास सेंट्रल लंदन के केंसिंग्टन में भी एक संपत्ति है।
11. ऋषि सुनक हेल्थ कॉन्सस माने जाते हैं : नवनिर्वाचित यूनाइटेड किंगडम के प्राइम मिनिस्टर ऋषि सुनक फिट रहने के लिए क्रिकेट खेलना काफी पसंद करते हैं। उन्हें क्रिकेट का शौकीन माना जाता है। वह अकसर क्रिकेट मैच देखने ब्रिटेन के स्टेडियम में भी जाते रहे हैं।