सीडीएस बिपिन रावत का शाम 5 बजे होगा अंतिम संस्कार, 11 तोपों की दी जाएगी सलामी 

शेर की अंतिम यात्रा : सीडीएस बिपिन रावत का शाम 5 बजे होगा अंतिम संस्कार, 11 तोपों की दी जाएगी सलामी 

सीडीएस बिपिन रावत का शाम 5 बजे होगा अंतिम संस्कार, 11 तोपों की दी जाएगी सलामी 

Tricity Today | सीडीएस बिपिन रावत की अंतिम यात्रा निकाली

CDS Bipin Rawat Funeral : सीडीएस बिपिन रावत की आज अंतिम यात्रा निकाली जा रही है। शुक्रवार की शाम 5:00 बजे विपिन रावत का अंतिम संस्कार किया जाएगा। बिपिन रावत और अन्य सभी जान गंवाने वाले लोगों को 11 तोपों की सलामी दी जाएगी। इस दौरान 800 से ज्यादा जवान मौजूद रहेंगे।

5/11 गोरखा राइफल्स से संभाली व्यवस्था
सीडीएस बिपिन रावत समेत 13 लोगों ने तमिलनाडु में हेलीकॉप्टर क्रैश के दौरान अपनी जान गवां दी थी। इन सभी 13 व्यक्तियों की अंतिम विदाई की जा रही है। जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर उनके आवास से बरार स्क्वायर ले जाया जा रहा है। आज शाम उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। जनरल रावत की यूनिट 5/11 गोरखा राइफल्स उनके अंतिम संस्कार की सारी व्यवस्था संभाल रही है।

बेटियों और नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
शुक्रवार को बेस हॉस्पिटल में सीजेआई एनवी रम्मना, तीनों सेनाओं के प्रमुख, भारत के गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उनको श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सीडीएस बिपिन रावत और मधुलिका रावत की बेटियों कृतिका और तारीना अपने माता पिता को श्रद्धांजलि दी है।

देश को सीडीएस की जरूरत क्यों पड़ी
आज के हाइब्रिड युद्ध के युग में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ एक महत्वपूर्ण पद है। यह भारतीय सेना में समन्वय, प्रभावशीलता बढ़ाने और भारतीय सशस्त्र बलों की समग्र युद्ध क्षमताओं को एकीकृत करने में मदद करता है। केंद्र सरकार का रक्षा सचिव एक सिविल सेवक होता है और मुख्य रक्षा सलाहकार के रूप में बना रहता है। लेकिन समांतर रूप से सीडीएस को सरकार और रक्षा मंत्री के सिंगल पॉइंट सैन्य सलाहकार के रूप में कार्य करना होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए सीडीएस को मुख्य सैन्य सलाहकार की भूमिका में मंजूरी दी गई है। दुनिया में भारत एकमात्र बड़ा लोकतंत्र था, जिसके पास ऐसा सैन्य सलाहकार नहीं था। आप इसको सामान्य रूप से समझने के लिए कुछ इस तरह जान सकते हैं, रक्षा मंत्रालय के डिफेंस सेक्रेट्री सिविल सर्वेंट होते हैं। उन्हें युद्ध, हथियार और मोर्चों का व्यावहारिक ज्ञान नहीं होता है। दूसरी तरफ सीडीएस इन सब बातों का व्यवहारिक ज्ञान रखते हैं।

करगिल युद्ध के बाद जरूरत महसूस की गई
करगिल युद्ध के बाद तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने इस पद की जरूरत महसूस की थी। कारगिल समीक्षा समिति की सिफारिशों के माध्यम से 1999 में पहली बार आधिकारिक तौर पर पद का सुझाव दिया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2019 को लाल किले पर भाषण के दौरान आधिकारिक घोषणा की थी। 24 दिसंबर 2019 को सुरक्षा पर कैबिनेट समिति ने औपचारिक रूप से एक चार सितारा जनरल को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के तौर पर नियुक्ति की मंजूरी दी थी।

क्या होती है चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी
एक और महत्वपूर्ण बात जानने लायक है। चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (सीओएससी) व सीडीएस की नियुक्ति प्रक्रिया 1947 में ही अंगीकृत कर ली गई थी। इस कमेटी के अध्यक्ष का पद सीडीएस के रूप में बनाया गया था, जो सभी सैन्य मामलों पर रक्षा मंत्री को सलाह देने के लिए जिम्मेदार था। तय किया गया था कि तीन सेवा प्रमुखों (थल सेना, वायु सेना और जल सेना) में सबसे वरिष्ठ को सीओएससी का अध्यक्ष नियुक्त किया जाएगा। जनरल केवी कृष्णा राव ने जून 1982 में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद का सृजन किया। हालांकि, आधिकारिक तौर पर 1999 में कारगिल समीक्षा समिति की सिफारिश के बाद मंत्रियों के समूह ने आधिकारिक तौर पर 2001 में सीडीएस के पद का सृजन प्रस्ताव रखा था। 2012 में नरेश चंद्र टास्क फोर्स और 2016 में लेफ्टिनेंट जनरल डीबी शेकातकर कमेटी ने भी सीडीएस की पोस्ट प्रस्तावित की। इस मुद्दे पर सभी पक्षों से परामर्श करने की प्रक्रिया 2006 में शुरू हुई। वर्ष 2017 में सुरक्षा पर कैबिनेट समिति ने सीडीएस के लिए अंतिम निर्णय लेने की प्रक्रिया शुरू की।

जनरल बिपिन रावत की बतौर सीडीएस उपलब्धियां
बतौर सीडीएस जनरल बिपिन रावत का कार्यकाल अभी ज्यादा लंबा नहीं है, लेकिन उन्होंने इस छोटे से कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। प्रस्तावित सुधारों में वायु रक्षा कमान का निर्माण शामिल था। COVID-19 महामारी के बाद सीडीएस ने महंगे रक्षा आयात को कम करने की आवश्यकता पर बल दिया। सामान्य कर्मचारियों की आवश्यकताओं के लिए 70% के घरेलू उत्पादन को मौका दिया। फरवरी 2020 में सीडीएस ने संयुक्त सैन्य कमांड, थिएटर कमांड, एकीकृत थिएटर कमांड के निर्माण की घोषणा की। प्रत्येक कमांड में थल सेना, नौसेना और वायु सेना की इकाइयां होंगी, जो एक-दूसरे के साथ तालमेल में काम करेंगी। सितंबर 2021 में सीडीएस ने एक संभावित रॉकेट या मिसाइल फोर्स तैयार करने का विचार प्रस्तुत किया था।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.