Delhi : एक बार फिर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार बनी है। योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और नरेंद्र मोदी (PM Modi) के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड बहुमत हासिल करके एक बार फिर सरकार बना ली है। हालांकि, उत्तर प्रदेश सरकार में ऐसी काफी मंत्री रहे हैं, जिनको यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में हार का मुंह देखना पड़ा। अब ऐसे हारे हुए मंत्रियों और नेताओं को उत्तर प्रदेश सरकार में जगह नहीं मिलेगी। इस बात का फैसला दिल्ली भाजपा कार्यालय में हुआ है। दिल्ली में हुई इस बैठक में योगी आदित्यनाथ से लेकर देश के बड़े दिग्गज नेता मौजूद रहे।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य हारे
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में सिराथू विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने वाली डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को हार का सामना करना पड़ा। डिप्टी सीएम के अलावा गन्ना मंत्री सुरेश राणा भी शामली की थानाभवन सीट से हार गए हैं। बरेली जिले की बहेड़ी विधानसभा सीटें राज्य मंत्री सतपाल सिंह को भी हार का सामना करना पड़ा है। इनको समाजवादी पार्टी के नेता ने करीब 3,000 वोटों से पराजित किया है।
इन सीटों पर भी भाजपा की हार
ग्रामीण विकास मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह को भी यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में हार का मुंह देखने को मिला। राजेंद्र प्रताप सिंह प्रतापगढ़ जिले की पट्टी विधानसभा सीट से चुनाव लड़े। राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय, राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला और बलिया जिले की अफेफना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले भाजपा सरकार में मंत्री खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी भी हार गए हैं।
सपा नेताओं ने भाजपा के मंत्रियों को हराया
उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी भी चुनाव हार गए। उन्हें समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने इटवा सीट से 1,662 वोट से हरा दिया हैं। औरैया जिले की दिबियापुर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के प्रदीप कुमार यादव से बीजेपी के लखन सिंह राजपूत मात्र 473 वोट के अंतर से चुनाव हार गए। योगी सरकार के एक अन्य मंत्री संगीता बलवंत को सपा के जय किशन ने गाजीपुर सीट से हरा दिया।