दिल्ली बॉर्डर पर तनाव बरकरार, शार्प शूटर और स्नाइपर ने संभाली राजपथ की सुरक्षा कमान

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दिल्ली बॉर्डर पर तनाव बरकरार, शार्प शूटर और स्नाइपर ने संभाली राजपथ की सुरक्षा कमान

Google Image | दिल्ली के सभी बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच भिड़ंत

राजधानी दिल्ली से सटे सिंघू और टिकरी बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के कुछ समूह पुलिस बैरिकेटिंग को तोड़कर दिल्ली में घुस गए। इसके बाद यह किसान संगठन काफी वक्त तक मुकरबा चौके पर बैठे रहे। इन किसानों ने वहां लगाए गए बैरिकेड और सीमेंट के अवरोधक तोड़ने की भी कोशिश की। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच झड़प हो गई। मामला अनियंत्रित होता देख पुलिस को किसानों पर आंसू गैस के गोले दागने पड़े। इस दौरान सुरक्षा कर्मियों ने किसानों को समझाने की भरपूर कोशिश की। सुरक्षा कर्मियों ने राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड खत्म होने के बाद किसानों को दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के लिए जाने का आश्वासन दिया। पर किसान पहले ही घुसने की जिद पर अड़े रहे।

किसान सैकड़ों ट्रैक्टर लेकर आए थे। इन सभी पर तिंरगे लगे थे। पुरुष तथा महिलाएं ढोल पर नाचते दिखाई दिए। सड़क के दोनों तरफ खड़े स्थानीय लोग फूलों की बारिश भी कर रहे थे। कुछ किसान हाथ में किसान संगठनों के झंडे लिए और नारे लगाते पैदल चलते भी देखे गए। कुछ बाइक और घोड़ों पर सवार हो कर आए थे। किसानों ने ट्रैक्टरों के ऊपर खड़े होकर नारे लगाए और क्रांतिकारी गीतों पर खूब झूमे। स्थानीय लोगों ने मार्च में शामिल किसानों को खाने का सामान और पानी की बोतलें बांटी। मौके पर मौजूद पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बारे में मीडिया से बात की। अधिकारी ने बताया कि किसानों के कुछ संगठन अवरोधक तोड़कर राष्ट्रीय राजधानी में दाखिल हो गए। 

किसानों के समूह जबरन घुस गए

हालांकि पुलिस और किसानों के बीच इस बात को लेकर सहमति बनी थी कि वे निर्धारित समय पर परेड शुरू करेंगे। पर किसान जबरन दिल्ली में दाखिल हो गए। पहले से तय रूट के मुताबिक किसानों को बवाना की तरफ जाना था, पर किसान आउटर रिंग रोड की तरफ जाने की जिद करने लगे। दिल्ली पुलिस ने वार्षिक गणतंत्र दिवस परेड के बाद किसानों को ट्रैक्टर परेड निकालने की अनुमति दी थी। हालांकि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से राजपथ पर होने वाली परेड को बाधित नहीं करने के लिए कहा था। किसानों ने भी आश्वासन दिया था कि उनका उनकी परेड ''शांतिपूर्ण होगी। पर मंगलवार को किसानों के कुछ समूह नहीं माने। यह सभी पुलिस के अवरोधक तोड़ कर आउटर रिंग रोड की तरफ बढ़ने लगे।
     
किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने की वादाखिलाफी

केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे 41 किसान संघों के प्रमुख संगठन 'संयुक्त किसान मोर्चा के एक सदस्य ने बताया कि अवरोधक तोड़ने वाले लोग 'किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के सदस्य थे। उन्होंने कहा कि किसानों की ट्रैक्टर परेड पुलिस की अनुमति के बाद निर्धारित समय पर ही शुरू होगी। प्रदर्शन कर रहे संगठनों ने एक फरवरी को संसद तक पैदल मार्च करने की भी घोषणा की है। एक फरवरी को संसद में वार्षिक बजट पेश किया जाएगा।  दिल्ली में सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर प्रस्तावित 'किसान गणतंत्र परेड को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। प्रतिबंधित संगठन 'सिख फॉर जस्टिस ने गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान शहर की बिजली आपूर्ति को बाधित करने की धमकी दी थी। इसके बाद बिजली के उपकेंद्रों पर सुरक्षा चौकस कर दी गई है। 

राजपथ समेत सभी संवेदनशील स्थान सख्त सुरक्षा घेरे में 

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि निगरानी रखने के लिए करीब छह हजार सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं। दिल्ली पुलिस सभी की पहचान कर रही है। इसके लिए चेहरे से पहचान करने वाली तकनीक युक्त प्रणाली कई अहम जगहों पर लगाई गई है। राजपथ पर नजर रखने के लिए ऊंची इमारतों पर शार्प शूटरों और स्नाइपरों को तैनात किया गया है। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत तमाम गणमान्य और हजारों नागरिक गणतंत्र दिवस समारोह में राजपथ पहुंचे है। राजपथ के अलावा दिल्ली की अन्य संवेदनशील और महत्वपूर्ण इमारतें भी सुरक्षा के घेरे में रहीं। ऐसा अंदेशा जताया जा रहा है कि ट्रैक्टर परेड के दौरान अवांछित और उग्रवादी तत्व दिल्ली में दाखिल होकर इन इमारतों को निशाना बना सकते हैं। इसलिए दिल्ली पुलिस के साथ-साथ सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हैं। सुरक्षा एजेंसियां भी हालात पर निगाह बनाए हुए हैं।

बताते चलें कि हजारों किसान पिछले साल 28 नवम्बर से दिल्ली से लगी सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। यह किसान केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों को रद्द किए जाने और उनकी फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी की मांग करे रहे हैं। इनमें से ज्यादातर किसान पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से हैं। यह सभी किसान गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में ट्रैक्टर परेड करने पर अड़े थे। गत रविवार को दिल्ली पुलिस ने इन्हें परेड करने की अनुमति दी थी। इन किसान संगठनों ने कहा था कि ट्रैक्टर परेड राजपथ पर होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह की समाप्ति के बाद शांतिपूर्ण तरीके से किया जाएगा। पर मंगलवार को कुछ किसान समूह जबरन दिल्ली में निर्धारित वक्त से पहले घुसने की कोशिश करने लगे।

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