Noida|Delhi News : नोएडा के ट्विन टावरों को ढहे हुए एक साल से ज्यादा का समय बीत चुका है। इस अवैध बिल्डिंग को गिराने में विदेशी कंपनी की भी मदद ली गई थी। ध्वस्तीकरण पूरे देश में चर्चा का विषय रहा। अब इसके बाद देश की राजधानी दिल्ली में मुखर्जी नगर का सिग्नेचर व्यू अपार्टमेंट भी नोएडा के ट्विन टावर की तर्ज पर ढहाया जाएगा। आइआइटी दिल्ली ने इस अपार्टमेंट की जांच के बाद अपनी रिपोर्ट दी थी। इस बिल्डिंग में बने 12 टावर्स को असुरक्षित करार दिया गया है। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) के अध्यक्ष और एलजी वीके सक्सेना ने पुष्टि कर दी है।
अपार्टमेंट में लगे जाएंगे विस्फोट
दिल्ली विकास प्राधिकरण के अनुसार, जो कंपनी इसे तोड़ेगी, वही इस जगह नए फ्लैट्स बनाएगी। इसके लिए कंपनी को तीन साल का समय दिया जाएगा। मुखर्जी नगर में सिग्नेचर व्यू अपार्टमेंट के 12 टावरों को गिराने के लिए नोएडा वाले तरीके को अपनाया जाएगा। DDA के एक अधिकारी ने बताया कि नियंत्रित विस्फोट ही इसे गिराने का एकमात्र बेहतर तरीका है। डीडीए को सिग्नेचर व्यू अपार्टमेंट में रहने वाले सभी फ्लैट मालिकों की ओर से एनओसी नहीं मिली है। इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद ही तोड़ने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। हालांकि अभी इस पर अंतिम मोहर नहीं लगी है। अभी मौके पर निरीक्षण और डिटेल सर्वे चल रहा है। इस सर्वे की रिपोर्ट के बाद ही कोई अंतिम फैसला लिया जाएगा।
मकान मालिकों को दिया गया दो महीने का समय
मालूम हो कि सिग्नेचर व्यू अपार्टमेंट बनने के कुछ समय बाद ही जर्जर होने लगा था। इसके बाद लोगों ने लगातार इसकी शिकायत की। एलजी की पहल के बाद इस मामले में आदेश हुए कि इस अपार्टमेंट के 12 टावरों में बने 336 फ़्लैटों को डीडीए दोबारा बनाएगा। बिल्डिंग गिराने से पहले मकान मालिकों की सहमति ली गई है और उन्हें दो महीने का समय दिया गया है। इन टावर्स को गिराने के बाद यहीं दोबारा निर्माण कराया जाएगा। इसमें लगभग तीन साल का समय लगेगा। इस दौरान फ्लैट मालिक कहीं और किराए के मकान में रहेंगे। डीडीए रूम के रेंट का भुगतान भी करेगा।