हरियाणा में उद्योग को मिल रहा बढ़ावा, कोरोना के बावजूद हुआ 28 हजार करोड़ रुपए का निवेश

गुरुग्राम : हरियाणा में उद्योग को मिल रहा बढ़ावा, कोरोना के बावजूद हुआ 28 हजार करोड़ रुपए का निवेश

हरियाणा में उद्योग को मिल रहा बढ़ावा, कोरोना के बावजूद हुआ 28 हजार करोड़ रुपए का निवेश

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  • - एमएसएमई जगत के प्रतिनिधियों ने अपने सुझाव भी दिए
  • - कोरोना के बावजूद प्रदेश में 28 हजार करोड़ रूप्ये का हो रहा है निवेश, हरियाणा के लिए बड़ी उपलब्धि- दुष्यंत चैटाला
Gurugram : गुरुग्राम में शनिवार को  ‘एक्सीलेरेट हरियाणा-2022ः इंडस्ट्री कॉन्फ्रेंस और हरियाणा एमएसएमई एक्सीलेंस रिकॉगनिशन‘ कार्यक्रम का आयोजना हुआ। यह कार्यक्रम एसोचेम द्वारा आयोजित किया गया। जिसमें हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चैटाला ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने कार्यक्रम में उद्योगों का आह्वान किया कि वे आईटीआई में शिक्षारत विद्यार्थियों और प्रदेश के युवाओं को सीएसआर के तहत प्रशिक्षित करने में सहयोग दें।

"आज काफी उद्योग एमएसएमई में कवर हो रहे"
अपने संबोधन में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चैटाला ने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि हरियाणा में एमएसएमई क्षेत्र में उद्योग दिन प्रतिदिन प्रगति कर रहे हैं। हालांकि हमने पिछले 2 से ढाई साल में कोरोना की चुनौतियों का सामना किया, लेकिन एमएसएमई जगत ने सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ बढत बनाई। इसके परिणामस्वरूप एमएसएमई उद्योगों का प्रदेश में जाल बिछा है। उन्होंने कहा कि आज काफी उद्योग एमएसएमई में कवर हो रहे हैं। 

कोरोना के बावजूद प्रदेश में 28 हजार करोड़ रुपए का निवेश हुआ
हरियाणा प्रदेश के साथ-साथ केंद्र सरकार की कल्याणकारी नीतियों के चलते एमएसएमई जगत को गति मिली है जिसके चलते हरियाणा में मारुति, जेबीएल, बिरला पेंट्स और कोका कोला जैसी कंपनियों द्वारा बड़ा इन्वेस्टमेंट किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कोरोना के बावजूद प्रदेश में 28 हजार करोड़ रुपए का निवेश होना यह अपने आप में हरियाणा की ताकत है। वे यह मानते है कि बड़ी मदर इंडस्ट्री यहां आएंगी तो साथ में उनकी एन्सीलरी यूनिट्स भी यहां स्थापित होंगी।

इस के लिए करेगी हरियाणा सरकार पूरा सहयोग
उन्होंने मंच से पद्मा पालिसी के फायदों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि उद्योगों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो। उन्होंने मंच के माध्यम से ई- वाहन पॉलिसी के बारे में भी जानकारी दी और कहा कि ई -वाहन पॉलिसी अत्यंत लाभदायक है और भविष्य में इसे लेकर निश्चित तौर पर ही सकारात्मक बदलाव आएगा। उन्होंने कहा कि यदि कोई उद्योग ग्रीन एनर्जी को लेकर अपने यहां कोई बदलाव करना चाहता है तो हरियाणा सरकार द्वारा उन्हें रिसर्च एंड डेवलपमेंट के लिए भी पूरा सहयोग दिया जाएगा।

इस तरह करेंगे प्रदेश के युवा रोजगार प्राप्त
चैटाला ने कहा कि हरियाणा प्रदेश में आईटीआई, काॅलेजो और अन्य प्रशिक्षण केन्द्र काफी संख्या में हैं। ऐसे में उद्योगों को चाहिए कि वे आईटीआई और तकनीकी शिक्षा संस्थानों  में शिक्षारत विद्यार्थियों व अन्य युवाओं को सीएसआर के तहत अपने उद्योग से संबंधित प्रशिक्षण दें। इससे प्रदेश के युवा प्रशिक्षित होकर रोजगार प्राप्त कर सकेंगे। उद्योगों को भी बड़े पैमाने पर लाभ होगा। उन्होंने कहा कि यदि उद्योग प्रदेश के युवाओं को प्रशिक्षित करेंगे तो प्रदेश के 75 प्रतिशत नही बल्कि 100 प्रतिशत युवाओं को रोजगार मिल सकेगा। उन्होंने उद्योगों से कहा कि हरियाणा सरकार और एमएसएमई जगत यदि मिलकर काम करेंगे तो हम देश में अपना लोहा मनवा सकते है।

ये लोग रहे उपस्थित
इस मौके पर उपस्थित उद्यमियों ने उप मुख्यमंत्री को एमएसएमई में बेहतरी के लिए सुझाव भी दिए जिन पर उन्होंने विचार करने का आश्वासन दिया। एमएसएमई क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले उद्योगो को भी कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में एसोचेम से ज्योति प्रकाश गाडिया , एसोचेम नार्थ रीजन डेवेलपमेंट कॉउन्सिल के को-चेयर एस वी गोयल, ईवाय, एसोचेम नेशनल कॉउंसिल ऑन ग्रीन मोबिलिटी के चेयरमैन निशान्त आर्य, कंसल्टिंग सर्विसेज से शोभित माथुर, जिंदल स्टेनलेस स्टील के डायरेक्टर और हरियाणा विकास परिषद के चेयरमैन विजय शर्मा सहित कई वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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