New Delhi : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 18 साल से ऊपर के लोगों के लिए COVID-19 एहतियाती खुराक (Booster Dose) के अंतर को मौजूदा 9 महीने से घटाकर 6 महीने कर दिया है। बता दें कि एनटीएजीआई की स्थायी तकनीकी उप-समिति (एसटीएससी) ने पहले कोविड-19 टीकों की दूसरी और एहतियाती खुराक के बीच के अंतर को कम करने की सिफारिश की थी।
नई व्यवस्था की सुविधा
जानकारी के मुताबिक, नई व्यवस्था की सुविधा के लिए कोविन प्रणाली में इस तरह के बदलाव किए गए हैं। 10-59 साल के लाभार्थियों को प्राइवेट सीवीसी नें दूसरी खुराक लगने के 6 महीने या 26 सप्ताह पूरे होने के बाद बूस्टर डोज दी जाएगी। वहीं 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के लाभार्थियों के साथ-साथ स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों (एचसीडब्ल्यू) और फ्रंट लाइन वर्कर्स (एफएलडब्ल्यू) के लिए, सरकारी सीवीसी में दूसरी खुराक लगने के 6 महीने या 26 सप्ताह पूरे होने के बाद बूस्टर डोज दी जाएगी।
अमेरिकी लैब से निकला कोरोना वायरस
अमेरिका के अर्थशास्त्री जेफरी सैस ने दावा किया कि यूएस की एक प्रयोगशाला से कोरोना वायरस लीक हुआ था। डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार जेफरी ने कहा, 'कोविड-19 अमेरिकी लैब बायोटेक्नोलॉजी का रिजल्ट है। सैस ने वायरस की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए दो साल तक जांच की अध्यक्षता की है।' उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी को एक दुर्घटना या प्राकृतिक कहना एक भूल है।