New Delhi News : इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस (ISKCON) ने भाजपा सांसद मेनका गांधी के आरोपों को निराधार बताते हुए उन्हें 100 करोड़ रुपये की मानहानि का नोटिस भेजा है। बता दें कि हाल ही में पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने ISKCON पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। जिसमें उन्होंने अंतराष्ट्रीय संस्था ISKCON को सबसे बड़ा धोखेबाज कहते हुए गायों को बूचड़खानों में बेचे जाने का आरोप लगाया था।
न्याय के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे
ISKCON कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने कहा, 'इस्कॉन के भक्त, समर्थक इन अपमानजनक, निंदनीय और दुर्भावनापूर्ण आरोपों से बहुत दुखी हैं। हम इस्कॉन को लेकर भ्रामक प्रचार के खिलाफ न्याय के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।'
क्या है पूरा मामला
पिछले दिनों सोशल मीडिया पर BJP की वरिष्ठ नेता और सांसद मेनका गांधी (Maneka Gandhi) का एक बयान बहुत तेजी से वायरल हुआ था। जिसमें उन्होंने इस्कॉन (Iskcon) इंटनेशनल सोसायटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस की गौशालाओं को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे। वायरल वीडियो में उनका आरोप है कि इस्कॉन की गौशालाओं में सिर्फ दूध देने वाली गाय ही रखी जाती हैं। एक गौशाला, जहां वो गई थीं, वहां एक भी बछड़ा नहीं था और न कोई दुबली पतली गाय थी। वायरल क्लिप में मेनका गांधी ने आंध्र प्रदेश में अपने साथ घटी इस्कॉन की घटना का जिक्र किया है। उन्होंने इस्कॉन की अनंतपुर गोशाला के बारे में बताया। भाजपा सांसद मेनका गांधी बता रही हैं कि इस्कॉन वाले जितनी गायें कसाइयों को बेचते हैं, उतना कोई नहीं बेचता।
एक माह पूर्व एक इंटरव्यू में दिया बयान
मेनका गांधी का ये बयान लगभग एक महीने पहले का बताया है। यह बयान उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान दिया था। ये इंटरव्यू डॉ. हर्षा आत्मकुरी ने लिया था, जिन्होंने 'मां का दूध' नाम की एक डॉक्यूमेंट्री बनाई है। ये डॉक्यूमेंट्री डेयरी फार्मिंग की क्रूरताओं पर आधारित है। इसी इंटरव्यू में मेनका गांधी ने डेयरी फार्मिंग पर तमाम सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा था कि डेयरी फार्मिंग अपने आप में एक क्रूर व्यापार है। इसे बंद करना चाहिए।