New Delhi/Noida/Ghaziabad : आश्रम फ्लाईओवर से गुजरने वाले लोगों को आगामी दिनों में काफी दिक्कतें होने वाली है। आश्रम फ्लाईओवर से नए डीएनडी फ्लाईओवर को जोड़ने के लिए काफी तेजी के साथ काम चल रहा है। रोजाना करीब 3 लाख वाहन इस सड़क से होकर गुजरते हैं, लेकिन काम चलने के कारण दोनों तरफ के कैरिजवे बंद किए जाएंगे। यह दोनों कैरिजवे 25 दिसंबर से 45 दिनों के लिए बंद होंगे। ऐसे में यहां से सफर करने वाले रोजाना 3 लाख लोगों को दिक्कतें होने वाली है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने दोनों ओर के कैरिजवे बंद करने के आदेश दे दिए है।
फरवरी 2023 तक पूरा होगा काम
मिली जानकारी के मुताबिक आश्रम फ्लाईओवर रोजाना दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के लाखों लोग गुजरते हैं। पीडब्ल्यूडी अगले हफ्ते से आश्रम फ्लाईओवर का एक्सटेंशन वर्क शुरू करने की तैयारी में है। जिसके कारण दोनों कैरिजवे पर ट्रैफिक रोक दिया जाएगा। एक्सटेंशन का काम पूरा होने में फरवरी 2023 के दूसरे हफ्ते तक का वक्त लग सकता है।
यहां पर ज्यादा होगा वाहनों का दवाब
आश्रम फ्लाईओवर को बढ़ाकर इसे दिल्ली-नोएडा डायरेक्ट फ्लाइवे से जोड़ने का प्लान पीडब्ल्यूडी काफी समय से बना रहा था। फाइनल इंटीग्रेशन के लिए नवंबर की डेडलाइन थी, जो मिस हो गई। अब अधिकारियों को जनवरी के आखिर तक काम पूरा होने की उम्मीद है। सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टिट्यूट के चीफ साइंटिस्ट एस. वेलमुरुगन ने बताया कि अभी इंटीग्रेशन वर्क में कम से कम दो महीने लगेंगे। इससे ट्रैफिक के लिए समस्या तो होगी, लेकिन दूसरा कोई रास्ता नहीं है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि आश्रम फ्लाइओवर बंद हुआ तो बारापूला फ्लाइओवर, कालिंदी कुंज, मथुरा रोड और ITO पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ जाएगा। थोड़ी राहत देने के लिए स्लिप रोड्स से ट्रैफिक मूवमेंट की अनुमति रहेगी।
इस प्रोजेक्ट से रोजाना लाखों लोगों को होगा फायदा
करीब 128.25 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट में 1.42 किलोमीटर लंबा छह लेन का फ्लाईओवर बन रहा है। यह आश्रम ओवरपास को डीएनडी से जोड़ेगा। एक बार यह प्रोजेक्ट पूरा होने पर मूलचंद फ्लाइओवर से नोएडा के रजनीगंधा चौक तक 9 किलोमीटर लंबा स्ट्रेच सिग्नल-फ्री हो जाएगा। एक्सटेंडेड फ्लाइओवर बनने के बाद किलोकरी से बस 100 मीटर दूर यू-टर्न लेकर रोड क्रॉस कर पाएंगे। महारानी बाग और साउथ दिल्ली जाना आसान होगा। नोएडा, आईटीओ और गाजियाबाद जाने के लिए यू-टर्न की खातिर महारानी बाग से सराय काले खां के बीच एक किलोमीटर की दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी।