एफएनजी को नेशनल हाईवे का दर्जा देने की फिर हुई मांग, प्राधिकरण और शासन ने एनएचएआई को भेजा प्रस्ताव, पूरी जानकारी

बड़ी खबर : एफएनजी को नेशनल हाईवे का दर्जा देने की फिर हुई मांग, प्राधिकरण और शासन ने एनएचएआई को भेजा प्रस्ताव, पूरी जानकारी

एफएनजी को नेशनल हाईवे का दर्जा देने की फिर हुई मांग, प्राधिकरण और शासन ने एनएचएआई को भेजा प्रस्ताव, पूरी जानकारी

Google Image | एफएनजी एक्सप्रेसवे नेशनल हाईवे

Delhi-NCR : दिल्ली-एनसीआर के तीन प्रमुख शहरों नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद को जोड़ने वाले एफएनजी एक्सप्रेसवे को नेशनल हाईवे का दर्जा दिलाने की मांग फिर की गई है। इस बार नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) के साथ-साथ उत्तर प्रदेश सरकार ने भी एनएचएआई को प्रस्ताव भेजा है। प्राधिकरण ने तीसरी बार नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया को एफएनजी को नेशनल हाईवे का दर्जा देने की मांग की है। जबकि शासन स्तर से एनएचएआई को पहली बार प्रस्ताव भेजा गया है।

जानकारी के मुताबिक एनएचएआई इस प्रोजेक्ट को लेकर मंथन कर रहा है। अगर सब कुछ सही रहा तो अथॉरिटी एफजीजी का टेकओवर कर खुद नेशनल हाईवे बनाएगा। प्राधिकरण के अफसरों का कहना है कि इस बार अथॉरिटी से सकारात्मक जवाब मिलने की उम्मीद है। इस प्रोजेक्ट को लेकर अक्टूबर-नवंबर में ही बड़ी घोषणा की जा सकती है। अगर तीन शहरों को जोड़ने वाले एफएनजी को नेशनल हाईवे का दर्जा मिलता है, तो लाखों लोगों को बड़ी सुविधा मिलेगी।

नोएडा गाजियाबाद फरीदाबाद को जोड़ेगा एक्सप्रेसवे
बताते चलें कि गाजियाबाद में मेरठ रूट से फरीदाबाद के सोहना रोड तक एफएनजी एक्सप्रेस वे प्रस्तावित है। यह कुल 75 किलोमीटर लंबा होगा। नोएडा में इस एक्सप्रेस वे का करीब 25 किलोमीटर हिस्सा आएगा। नोएडा प्राधिकरण ने छिजारसी से नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे को पार करते हुए यमुना पार तक करीब 23 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट के बड़े हिस्से का काम लगभग पूरा कर लिया है। हालांकि यह पूरी तरह तैयार नहीं हुआ है। गाजियाबाद और फरीदाबाद की तरफ इस एक्सप्रेसवे के निर्माण को लेकर अभी कोई कवायद शुरू नहीं हुई है। फरीदाबाद की तरफ यमुना पर एक पुल भी बनाया जाना प्रस्तावित है।

साल 2015 में प्लान बना था
दिल्ली-एनसीआर में बेतहाशा बढ़ती गाड़ियों की संख्या और ट्रैफिक जाम को देखते हुए फरीदाबाद, नोएडा और गाजियाबाद को जोड़ने के लिए साल 2015 में इस प्रोजेक्ट का प्लान तैयार किया गया था। इसके मुताबिक गाजियाबाद के मेरठ रोड से नोएडा तक करीब 8 किलोमीटर और दूसरी तरफ फरीदाबाद के रास्ते सोहना रोड तक करीब 28 किलोमीटर रोड बनाने का डीपीआर है। 75 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे को हरिद्वार-देहरादून से सोहना के रास्ते जयपुर तक ले जाने का मार्ग माना जा रहा है। अगर  एफएनजी को नेशनल हाईवे घोषित किया जाता है, तो एनएचएआई इसका टेकओवर करेगा और निर्माण का काम शुरू कराएगा। इसके बाद फरीदाबाद और गाजियाबाद में भी तेजी से काम हो सकेगा।

जल्द पूरा होगा काम
नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रऋतू महेश्वरी ने बताया, अथॉरिटी ने एफएनजी को नेशनल हाईवे घोषित करने की मांग का प्रस्ताव तीसरी बार एनएचएआई को भेजा है। शासन स्तर से भी यह प्रस्ताव भेजा गया है। अगर एनएचएआई इसे स्वीकृति देती है, तो यह महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट जल्द पूरा हो जाएगा। इससे नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद के बीच रोड कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी। लाखों लोगों को फायदा मिलेगा और ट्रैफिक जाम से भी निजात मिलेगी।

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