राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के कई शहरों में गुरुवार को वायु की गुणवत्ता फिर से दयनीय हालत में पहुंच गयी। क्षेत्र के पांच प्रमुख शहर 'डार्क रेड जोन’ में पहुंच गए हैं। स्वास्थ्य के लिहाज से यह भयावह स्थिति है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के प्रदूषण सूचकांक ऐप 'समीर के मुताबिक गुरुवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ग्रेटर नोएडा में 414, गाजियाबाद में 410 और नोएडा में एक्यूआई 398 दर्ज किया गया।
ऐप के मुताबिक एनसीआर के फरीदाबाद में गुरुवार को एक्यूआई 425 और गुरुग्राम में 359 दर्ज किया गया। बुलंदशहर में एक्यूआई 401, बागपत में 341 और हापुड़ में 116 रहा। गुरुवार को हापुड़ एनसीआर का सबसे कम प्रदूषित शहर रहा। वायु प्रदूषण को रोकने के लिए गौतमबुद्ध नगर जिले में अक्टूबर महीने से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू है। बढ़ते वायु प्रदूषण की वजह से एनसीआर में गुरुवार की सुबह धुंध छाई रही, जिसकी वजह से वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है।
गौतमबुद्ध नगर प्रदूषण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि वायु प्रदूषण को रोकने के लिए जनपद में अक्टूबर माह से चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्रवाई योजना (ग्रेप) लागू है। उन्होंने बताया कि नियमों का उल्लंघन करने वाले तथा वायु प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ प्रदूषण विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है। सूचकांक के मुताबिक, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा, 51 से 100 के बीच 'संतोषजनक, 100 से 200 के बीच 'मध्यम, 201 से 300 के बीच 'खराब, 301 से 400 के बीच 'बेहद खराब और 401 से 500 के बीच 'गंभीर माना जाता है।