NCR News : त्योहारों पर एनसीआर में लोगों ने जमकर आतिशबाजी की है। जिसके कारण वायु प्रदूषण की स्थिति काफी खराब हो गई है। रविवार को गाजियाबाद एनसीआर का सबसे प्रदूषित शहर रहा है। दिवाली यानि की गुरुवार की देर रात से ही वायु बेहद खराब होती जा रही है।
सभी इलाकों का हाल
प्रदूषण मापक ऐप समीर के अनुसार रविवार को गाजियाबाद की एक्यूआई 456 दर्ज की गई। जबकि ग्रेटर नोएडा की 381, नोएडा की 454, फरीदाबाद की 372, दिल्ली की 436, बल्लभ गढ की 441, गुरुग्राम की 439 बागपत की 445, आगरा 417 ,बहादुरगढ़ की 390, बुलंदशहर की 420 और हापुड़ की 428 मेरठ 401 एक्यूआई दर्ज की गई।
लोगों को हो रही यह समस्याएं
दीपावली पर प्रतिबंध के बावजूद भी लोगों द्वारा जमकर की गई। आतिशबाजी के चलते विगत कुछ दिनों में एनसीआर में वायु प्रदूषण की स्थिति काफी खराब हो गई है। वायु प्रदूषण की वजह से लोगों की सांसें फूल रही है, आंखों में जलन हो रही है, दमा और टीवी के रोगियों की हालत काफी खराब है। छोटे बच्चे बीमार हो रहे हैं।
नियमों का हुआ उल्लंघन
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने आदेश जारी करते हुए कहा था कि इस बार पूरे देश में पटाखे चलाने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध है। उसके बावजूद भी लोगों ने सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के नियमों का उल्लंघन किया है। दिवाली की रात और उससे बात भी एनसीआर में इतने पटाखे फोड़े गए कि हालत आपके सामने हैं। अगर कोई भी व्यक्ति बाहर निकलता है तो उसको सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन जैसी समस्याएं पैदा हो रही है। लोगों को ठीक तरीके से ही सूरज भी दिखाई नहीं दे रहा है। उसके बावजूद भी लोग आज जागरुक नहीं है। यह मानव जाति के लिए बहुत बड़ी समस्याएं हैं। यह वाली प्रदूषण बच्चों और बुजुर्गों पर ज्यादा असर डाल रहा है।
एनसीआर में हुए कई हादसे
वायु प्रदूषण के कारण हाईवे और एक्सप्रेसवे पर वाहन चालकों के लिए विजिबिलिटी कम हो जाती है। यही कारण है कि शुक्रवार को एनसीआर में कई बड़े हादसे हुए। यमुना एक्सप्रेसवे पर एक हादसे के दौरान 5 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर 30 वाहन आपस में टकरा गए थे, जिसमें कई लोगों को चोट भी आई थी।