Delhi News : दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण की स्थिति में कोई खास सुधार आता नजर नहीं आ रहा है। शुक्रवार को दिल्ली में हवा की दिशा और गति में बदलाव के कारण वायु गुणवत्ता बेहद खराब हो गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 331 दर्ज किया गया, जो गुरुवार की तुलना में छह अंक ज्यादा था। वहीं पूरे दिन स्मॉग की चादर छाई रही। डिसिजन स्पोर्ट सिस्टम (डीएसएस) के अनुसार हवा में ट्रांसपोर्ट से होने वाला प्रदूषण 21.408 प्रतिशत और कूड़ा जलने से होने वाला प्रदूषण 2.112 प्रतिशत था। विशेषज्ञों का कहना है कि हवा की गति बेहद धीमी रही, जिससे प्रदूषण फैलने का खतरा बढ़ गया है।
रविवार तक वायु गुणवत्ता बेहद खराब रहने का अनुमानर
वायु गुणवत्ता का असर दिल्ली के विभिन्न इलाकों में साफ देखा गया। बवाना और मुंडका में एक्यूआई गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया। जबकि अशोक विहार, जहांगीरपुरी और अन्य 24 इलाकों में एक्यूआई बेहद खराब श्रेणी में था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का पूर्वानुमान है कि रविवार तक वायु गुणवत्ता बेहद खराब रहेगी। हालांकि, ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) लागू होने के बावजूद प्रदूषण पर कोई खास नियंत्रण नहीं पाया गया है।
पिछले दो साल की तुलना में इस नवंबर स्थिति खराब
सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार पिछले दो सालों की तुलना में इस साल नवंबर माह में दिल्ली की वायु गुणवत्ता बेहद खराब रही है। इस बार प्रदूषण की स्थिति और बिगड़ी है और हवा की गति भी काफी धीमी रही है। हवा की गति कम होने के कारण वायु प्रदूषण में इजाफा हुआ है। विशेषज्ञों का कहना है कि हवा की गुणवत्ता में सुधार के बजाय इस बार और बढ़ोतरी देखने को मिली है। जिससे लोगों की सेहत पर भी नकारात्मक असर पड़ रहा है। राजधानी में लोगों को सांस लेने, जुकाम, गला में खरास आदि समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
दिल्ली सहित एनसीआर के अन्य शहरों का एक्यूआई
दिल्ली--- 331
नोएडा--- 259
ग्रेटर नोएडा--- 270
गाजियाबाद--- 253
गुरुग्राम---- 254
फरीदाबाद--- 190