Tricity Today | राकेश टिकैत ने कहा- पुलिस बैरिकेड हटाएगी तो हम पार्लिमेंट जाएंगे
Farmers Protest : सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे को भारतीय किसान यूनियन के कब्जे से मुक्त करवाने दिल्ली पुलिस पहुंची है। पुलिस इससे पहले किसानों के अस्थाई धरना स्थल को हटाती, राकेश टिकैत और उनके साथियों ने खुद ही हटाना शुरू कर दिया। जब राकेश टिकैत से पूछा गया कि वह धरनास्थल क्यों उठा रहे हैं? राकेश टिकैत ने जवाब दिया, "दिल्ली पुलिस रास्ता खोल रही है। लिहाजा, हम संसद भवन जाएंगे।"
राकेश टिकैत ने ट्राईसिटी टुडे से बातचीत करते हुए कहा, "हम लोगों के आंदोलन और सुप्रीम कोर्ट के आदेश को समझना होगा। नरेंद्र मोदी सरकार ने किसानों के खिलाफ तीन कानून पास किए। हमने कानून वापस लेने की अपील की। प्रधानमंत्री ने हमारी बात नहीं सुनी। हम लोगों ने प्रदर्शन किया। इसके बावजूद सरकार के कान पर जूं नहीं रेंगी। हमने धरने की चेतावनी दी। सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई। मजबूर होकर हम लोग संसद भवन के बाहर धरना देने निकले। किसान दिल्ली जा रहे थे। हम लोगों को यहां गाजीपुर बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने बड़े-बड़े बैरिकेट्स लगाकर रोक लिया। हमें मजबूर होकर यहीं रुकना पड़ा। पिछले करीब 10 महीनों से यहीं धरना चल रहा है। अब आप बताइए रास्ता हमने रोका है या दिल्ली पुलिस ने रोका है।"
राकेश टिकैत ने आगे कहा, "रास्ता दिल्ली पुलिस ने रोक रखा था। सुप्रीम कोर्ट ने रास्ता खोलने का आदेश दिया है। अब दिल्ली पुलिस रास्ता खोल रही है तो हम भी यहां से धरना उठाकर दिल्ली ले जा रहे हैं।" राकेश टिकैत से पूछा गया कि अब धरना कहां देंगे? उन्होंने कहा, "सरकार के खिलाफ धरना देना है। सरकार ने संसद भवन में किसानों के खिलाफ तीन कानून बनाए हैं। लिहाजा, हम लोगों को संसद भवन जाना है। अब दिल्ली पुलिस नेशनल हाईवे खोल रही है तो हम लोग दिल्ली में संसद भवन जाएंगे वहीं धरना देंगे।"
किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए पुलिस ने रास्ता रोका
राकेश टिकैत ने ट्राईसिटी टुडे से बातचीत करते हुए कहा, "हम लोगों को रास्ता रोकने की कोई जरूरत नहीं थी। जब हम लोग यहां पहुंचे तो दिल्ली पुलिस ने बैरिकेड लगाकर रास्ता रोक दिया था। मजबूर होकर हम लोगों को यहीं रुकना पड़ा और धरना नहीं चलने लगा। अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए दिल्ली पुलिस बैरिकेडिंग हटा लेगी, हम दिल्ली चले जाएंगे। दिल्ली जाकर धरना देंगे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का स्वतः पालन हो जाएगा। सही मायने में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन हमें नहीं दिल्ली पुलिस को करना है।"
आपको बता दें कि पिछले करीब 11 महीने से भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसान दिल्ली और उत्तर प्रदेश के गाजीपुर बॉर्डर पर डटे हुए हैं। पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका की सुनवाई करने के बाद आदेश दिया था। अदालत ने कहा कि किसान अपने आंदोलन के लिए आम आदमी को परेशान नहीं रख सकते हैं। कितने लंबे वक्त तक एक सार्वजनिक और बड़े रास्ते को रोककर रखना अवैधानिक है। सुप्रीम कोर्ट में सरकार, प्रशासन और पुलिस से समस्या का समाधान करने का आदेश दिया था। इसी आदेश का पालन करवाने के लिए दिल्ली पुलिस अब से करीब आधा घंटे पहले गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंची है। पुलिस ने किसानों से धरनास्थल खाली करने को कहा है।
रास्ता दिल्ली पुलिस ने रोका है, हम तो दिल्ली जाना चाहते हैं
दूसरी ओर इस बारे में राकेश टिकैत का कहना है कि हाईवे किसानों ने रोककर नहीं रखा है। दिल्ली पुलिस ने ही बैरिकेडिंग कर के नेशनल हाईवे को बंद कर रखा है। लिहाजा, सुप्रीम कोर्ट का पालन हमें नहीं दिल्ली पुलिस को करना है। दिल्ली पुलिस बैरिकेडिंग हटा ले। नेशनल हाईवे पर जो हमारा अस्थाई धरना स्थल चल रहा है, उसे हटा लिया जाएगा। हम आ गए दिल्ली चले जाएंगे।