New Delhi : बांग्लादेश में हाल के दिनों में हुए हिंसक प्रदर्शनों ने देश की राजनीतिक स्थिति को अस्थिर कर दिया है। इस उथल-पुथल के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा है। तख्तापलट के बाद से बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले बढ़ गए हैं। सूत्रों के अनुसार, हसीना ने ढाका छोड़कर भारत में शरण ली है और अब वह लंदन जाने की योजना बना रही हैं।
बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर हमले
बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता के बीच हिंदू समुदाय और उनके धार्मिक स्थलों पर हमलों की खबरें सामने आ रही हैं। ताजा जानकारी के अनुसार, देश भर में कम से कम चार हिंदू मंदिरों को क्षतिग्रस्त किया गया है, जिससे अल्पसंख्यक समुदाय में भय और चिंता का माहौल है। पिछले दो दिनों में हुए विरोध प्रदर्शनों में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है, जो स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है।
शंकराचार्य ने की अपील
इस गंभीर स्थिति पर ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में वर्तमान में सेना का शासन है और उन्हें उम्मीद है कि सेना नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। शंकराचार्य ने विशेष रूप से बांग्लादेश में रहने वाले लगभग 10 प्रतिशत हिंदू आबादी की सुरक्षा पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि राजधानी ढाका सहित कई शहरों में हिंदू मंदिरों पर हमले किए जा रहे हैं और अल्पसंख्यक हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। वह बांग्लादेश की सेना से हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील करेंगे।