पीएम ने सपने किए साकार, विपक्ष के पास थे केवल कागज

संसद में मोदी के सामने सुरेंद्र नागर बोले- पीएम ने सपने किए साकार, विपक्ष के पास थे केवल कागज

पीएम ने सपने किए साकार, विपक्ष के पास थे केवल कागज

Tricity Today | सुरेंद्र नागर और नरेंद्र मोदी

Noida Desk : संसद के बजट सत्र में सांसदों की ओर से लगातार हंगामा किया जा रहा है, लेकिन आज राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के बीच सांसद सुरेंद्र सिंह नागर ने (Surendra Singh Nagar) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के सामने विपक्ष की बोलती बंद कर दी। राज्यसभा में दिए गए भाषण के बाद सुरेंद्र सिंह नागर एक बार फिर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चर्चा में आ गए हैं। उन्होंने अपने भाषण में वेस्ट यूपी में किए गए विकास कार्यों को सबके सामने रखा। इस दौरान नागर ने विपक्ष के किए गए कार्यों को भी आड़े हाथ लिया है। आपको बता दें कि सुरेंद्र सिंह नागर उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष हैं। पार्टी में उनका कद एक बड़े गुर्जर नेता के रूप में है।

विपक्ष पर हमला
दरअसल, सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण को विपक्ष ने बीजेपी का घोषणा पत्र कहा था। नागर विपक्ष के इसी आरोप का जवाब देते हुए विपक्ष पर हमला बोला है। सांसद सुरेंद्र सिंह नागर ने कहा कि कांग्रेस सिर्फ घोषणा करती है लेकिन बीजेपी की मोदी सरकार संकल्प लेती है और उसे पूरा भी करती है। वेस्ट यूपी के दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में सेंक्शन किया गया था, जिसका काम मोदी सरकार ने पूरा किया। यह सरकार संकल्प लेकर विकास करती है। एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद वेस्ट यूपी के लोगों को सबसे ज्यादा राहत मिली है। अब लोग ढाई घंटे की जगह 45 मिनट में आना-जाना कर लेते हैं।

ईस्टर्न पेरिफेरल पर बोले सांसद
नगर ने कहा कि अक्सर, दिल्ली में प्रदूषण को लेकर चर्चाएं होती रहती हैं। उसके लिए कई बार योजनाएं बनाई गई कि देश की राजधानी में प्रदूषण को कैसे कम किया जाए, इसके लिए तय हुआ कि बड़े वाहनों की एंट्री दिल्ली में नहीं होनी चाहिए। उनके लिए ऐसा रोड होना चाहिए कि दिल्ली में प्रवेश भी न हों और दिल्ली होते हुए बाहर निकल जाएं। जिससे दिल्ली के लोगों को प्रदूषण से राहत मिल सके। मोदी सरकार ने लोगों के लिए ईस्टर्न पेरिफेरल बना कर दिया। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि ईस्टर्न पेरिफेरल का सेंक्शन 2006 में यूपीए की सरकार में हुआ। 2006 में इसकी बिडिंग भी कई बार कैंसिल की गई थी। पता नहीं इसके पीछे यूपीए सरकार की इच्छा क्या थी।

सुरेंद्र सिंह नागर का राजनीतिक सफरनामा
1998 : सुरेंद्र सिंह नागर ने संसदीय राजनीति की शुरुआत उत्तर प्रदेश विधान परिषद से की। वर्ष 1998 में वह स्थानीय निकाय सीट से चुनाव जीतकर एमएलसी बने।

2004 : साल 2004 में दोबारा इसी सीट से चुनाव जीता। विधान परिषद में 10 समितियों के सदस्य रहे। 

2009 : वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव से पहले गौतमबुद्ध नगर सीट सामान्य हो गई थी। सुरेंद्र नागर ने चुनाव लड़ा। उनके सामने डॉ.महेश शर्मा थे। सुरेंद्र नागर ने जीत हासिल की और लोकसभा पहुंच गए।

2016 : इसके बाद 2016 में राज्यसभा का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। नागर जुलाई 2019 तक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद रहे। समाजवादी पार्टी और राज्यसभा से त्यागपत्र देकर भाजपा का दामन थाम लिया। 

2019 : भाजपा ने सुरेंद्र नागर के इस्तीफे से खाली हुई राज्यसभा की सीट पर उन्हीं को अपना उम्मीदवार बनाया। इस तरह सुरेंद्र नागर ने दूसरी बार राज्यसभा चुनाव जीता। 

2021 : भारतीय जनता पार्टी ने सुरेंद्र सिंह नागर पर भरोसा जाहिर किया और उन्हें राज्यसभा का उपसभापति नियुक्त किया गया।

2022 : राज्यसभा का कार्यकाल पूरा होने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर जून 2022 में सुरेंद्र सिंह नागर को उत्तर प्रदेश से अपना उम्मीदवार घोषित किया। पिछले 6 वर्षों में उन्होंने राज्यसभा के लिए 3 चुनाव लड़े हैं।

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