सुरेंद्र सिंह नागर ने राज्यसभा में शपथ ली, लगातार तीसरी बार चुने गए हैं सांसद

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सुरेंद्र सिंह नागर ने राज्यसभा में शपथ ली, लगातार तीसरी बार चुने गए हैं सांसद

Tricity Today | सुरेंद्र सिंह नागर ने राज्यसभा में शपथ ली

New Delhi : राज्यसभा के उपसभापति और उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह नागर (Surendra Singh Nagar) ने गुरुवार को बतौर सांसद एक बार फिर राज्यसभा में शपथ ग्रहण की है। सुरेंद्र सिंह नागर लगातार तीसरी बार राज्यसभा के सांसद चुने गए हैं। पिछले महीने हुए चुनाव में नागर उत्तर प्रदेश से निर्वाचित होकर उच्च सदन में पहुंचे हैं। आपको बता दें कि नागर पिछले 24 वर्षों से लगातार विधान परिषद, लोकसभा और राज्यसभा में कार्यरत हैं।

बेहद साधारण परिवार से उठकर यहां तक पहुंचे
सुरेंद्र सिंह नागर बेहद साधारण किसान परिवार से उठकर इस मुकाम तक पहुंचे हैं। 10 मई 1965 को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के गुलावठी कस्बे में वेद राम नगर और धरमवती नागर के किसान परिवार में जन्म हुआ। उन्होंने हापुड़ के एसएसवी कॉलेज से बीकॉम की डिग्री हासिल की है। 2 मई 1987 को राखी नागर से शादी की। उनके दो बेटे और एक बेटी हैं। आज सुरेंद्र नागर और उनके परिवार ने मिल्क प्रोडक्शन, फूड प्रोसेसिंग और हेल्थ सेक्टर में शानदार कारोबारी स्थापित किया है। अब सुरेंद्र सिंह नागर और उनके परिवार की गिनती उत्तर प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर के अग्रणी बिजनेसमैन के तौर पर होती है। सुरेंद्र सिंह उन चुनिंदा पॉलिटिशियन में शामिल हैं, जिन्हें 3-3 सदनों विधान परिषद, लोकसभा और राज्यसभा में काम करने का अनुभव हासिल है।

नागर ने अपने पिता के संघर्ष की कहानी पर लिखी किताब
सुरेंद्र सिंह नागर ने अपने पिता वेदराम सिंह नागर के जीवन संघर्ष पर एक किताब लिखी है। जिसमें उन्होंने बताया है कि किस तरह एक छोटे से किसान परिवार से आगे बढ़कर उनके पिता ने सामाजिक, राजनीतिक और व्यवसायिक जीवन में बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं। यह किताब बताती है कि व्यक्ति अपने पौरुष के आधार पर प्रतिकूल परिस्थितियों में भी सफलताएं हासिल कर सकता है। सुरेंद्र नागर अपने पिता को अपना जीवन आदर्श मानते हैं। नागर को सौम्य स्वभाव, ठहराव और टाइमिंग शॉट के लिए जाना जाता है। एक बार फिर राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। फिलहाल राज्यसभा के उपसभापति हैं। उन्होंने पिछले 6 वर्षों में राज्यसभा के लिए तीसरा चुनाव जीता है। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है।

वेस्ट यूपी के सबसे अनुभवी नेताओं में शुमार हैं सुरेंद्र
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सबसे अनुभवी नेताओं में शुमार सुरेंद्र सिंह नागर की उम्र 57 साल है। विधान परिषद, लोकसभा और राज्यसभा में 24 वर्षों का अनुभव हासिल कर चुके हैं। सुरेंद्र सिंह का भारतीय जनता पार्टी में कद तेजी के साथ बढ़ रहा है। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व ना केवल उन्हें समाजवादी पार्टी से लेकर आया बल्कि भाजपा में प्रदेश उपाध्यक्ष जैसी जिम्मेदारी सौंपी और राज्यसभा में उपसभापति भी बनाया है। सुरेंद्र सिंह नागर की छवि 'मिस्टर क्लीन' वाली है। जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर और राजस्थान के गुर्जर समुदाय में नागर की अच्छी पकड़ है। 

लोकसभा और विधानसभा चुनावों में भाजपा को बड़ा लाभ पहुंचाया
पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनावों के दौरान सुरेंद्र नागर ने गुर्जर मतदाताओं को अपनी पार्टी के पक्ष में मोड़ने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह लगातार जम्मू-कश्मीर में गुर्जर समुदाय के बीच दौरे कर रहे हैं। मेरठ के वरिष्ठ पत्रकार डॉ.कुलदीप त्यागी कहते हैं, "इस वक्त भारतीय जनता पार्टी अन्य पिछड़ा वर्ग को साधकर सत्ता में बनी हुई है। ब्रॉड स्पेक्ट्रम को छोड़कर केवल वेस्टर्न यूपी पर फोकस करें तो सुरेंद्र सिंह नागर की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। इस इलाके में सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, बिजनौर, मुरादाबाद, अमरोहा, हापुड़, बुलदंशहर और गौतमबुद्ध नगर में गुर्जर समुदाय की अच्छी-खासी तादाद है।"

सुरेंद्र सिंह नागर का राजनीतिक सफरनामा
1998
सुरेंद्र सिंह नागर ने संसदीय राजनीति की शुरुआत उत्तर प्रदेश विधान परिषद से की। वर्ष 1998 में वह स्थानीय निकाय सीट से चुनाव जीतकर एमएलसी बने।

2004
साल 2004 में दोबारा इसी सीट से चुनाव जीता। विधान परिषद में 10 समितियों के सदस्य रहे। 

2009
वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव से पहले गौतमबुद्ध नगर सीट सामान्य हो गई थी। सुरेंद्र नागर ने चुनाव लड़ा। उनके सामने डॉ.महेश शर्मा थे। सुरेंद्र नागर ने जीत हासिल की और लोकसभा पहुंच गए।

2016
इसके बाद 2016 में राज्यसभा का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। नागर जुलाई 2019 तक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद रहे। समाजवादी पार्टी और राज्यसभा से त्यागपत्र देकर भाजपा का दामन थाम लिया। 

2019
भाजपा ने सुरेंद्र नागर के इस्तीफे से खाली हुई राज्यसभा की सीट पर उन्हीं को अपना उम्मीदवार बनाया। इस तरह सुरेंद्र नागर ने दूसरी बार राज्यसभा चुनाव जीता। 

2021
भारतीय जनता पार्टी ने सुरेंद्र सिंह नागर पर भरोसा जाहिर किया और उन्हें राज्यसभा का उपसभापति नियुक्त किया गया।

2022
राज्यसभा का कार्यकाल पूरा होने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर जून 2022 में सुरेंद्र सिंह नागर को उत्तर प्रदेश से अपना उम्मीदवार घोषित किया। पिछले 6 वर्षों में उन्होंने राज्यसभा के लिए 3 चुनाव लड़े हैं।

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