New Delhi : मणिपुर हिंसा मामले की जांच को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने तीन जजों की कमेटी बना दी है। कमेटी मणिपुर में हुई हिंसा से जुड़े मामलों की जांच करेगी। तीन सदस्यीय न्यायिक जांच कमेटी में जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस पद से रिटायर जस्टिस गीता मित्तल, जस्टिस आशा मेनन और जस्टिस शालिनी पनसाकर जोशी होंगी। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने मणिपुर में हुई हिंसा पर पिछली सुनवाई में पुलिस को कड़ी फटकार लगाई थी। इसी सिलसिले में अदालत द्वारा तलब किए जाने के बाद मणिपुर के डीजीपी राजीव सिंह भी सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के सामने पेश हुए।
महिलाओं से जुड़े मामलों को देखेगी कमेटी
सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित यह कमेटी सीबीआई और पुलिस जांच से अलग मामलों को देखेगी। ये समिति महिलाओं से जुड़े अपराधों और अन्य मानवीय मामलों व सुविधा की निगरानी करेगी। इससे पहले कोर्ट में अटॉर्नी जनरल आर. वेंकटरमणी ने कहा कि सरकार बहुत परिपक्व स्तर पर स्थिति को संभाल रही है। उन्होंने एसआईटी के गठन के प्रस्ताव का हवाला दिया। अटॉर्नी जनरल ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि हम जमीनी स्थिति को समझने की कोशिश कर रहे हैं। हम शांति की बहाली चाहते हैं। कोई भी छोटी चूक बहुत गहरा असर डाल सकती है।
सीबीआई करेगी 12 मामलों की जांच
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि मणिपुर में हिंसा के दौरान महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित 12 एफआईआर की जांच सीबीआई करेगी और जांच के दौरान जब भी ऐसे अपराध सामने आएंगे, तो सीबीआई उसकी भी जांच करेगी।