Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेशवासियों को एक शानदार तोहफा देने जा रही है। इस बार सरकार बिजली के करंट का झटका नहीं, बल्कि जेब को राहत देने जा रही है। माना जा रहा है कि योगी सरकार के इस फैसले के बाद बिजली के बिल में कमी होने का अनुमान जताया जा रहा है।
बिजली कंपनियों ने दरें कम करने का किया आवेदन
उत्तर प्रदेश के 3 करोड़ 20 लाख उपभोक्ताओं के लिए यह एक शानदार और अच्छी खबर हो सकती है। यूपी में नवंबर से बिजली की दरें कम हो सकती हैं। बड़ी बात यह है कि बिजली कंपनियों ने खुद नियामक आयोग में बिजली दरें कम करने के लिए आवेदन किया है। बताया जा रहा है कि इसमें घरेलू उपभोक्ताओं की बिजली 18 से 34 पैसे, कमर्शियल 48 पैसे, बड़े उद्योगों की 38 पैसे और किसानों की बिजली 30 पैसे प्रति यूनिट तक कम की जाएगी।
उपभोक्ता परिषद ने किया था विरोध
पिछले महीने उपभोक्ता परिषद ने फ्यूल सरचार्ज के खिलाफ विरोध किया था, जिसके बाद पावर कॉर्पोरेशन फ्यूल चार्ज कम करने पर विचार कर रहा है। अगर इसे कम किया जाता है तो इसका सीधा फायदा यूपी की जनता को होना है।
किलोवॉट में होगा इतना फायदा
इस कदम के बाद यूपी के गांवों में हर महीने 50 से 90 रुपये प्रति किलोवॉट की कमी देखी जा सकती है। ये फायदा बिना मीटर वाले घरों पर भी लागू होगा। पावर कॉरपोरेशन का कहना है कि इसे 2023-24 की पहली तिमाही से लागू किया जाएगा, जिसका मतलब ये हुआ कि अप्रैल, मई और जून के लिए गए सरचार्ज को सरकार ग्राहकों को वापस करेगी। कुल मिलाकर 1055 करोड़ रुपये रिफंड किए जाएंगे।
अलग-अलग कैटेगरी बनाई गई है
सरचार्ज में कमी के लिए अलग-अलग कैटेगरी बनाई गई है। घरेलू बीपीएल के लिए 18 पैसे प्रति यूनिट, घरेलू सामान्य के लिए 26 से 34 पैसे प्रति यूनिट, व्यावसायिक के लिए 34 से 48 पैसे प्रति यूनिट, किसानों के लिए 13 से 30 पैसे प्रति यूनिट और भारी उद्योगों के लिए 33 से 38 पैसे प्रति यूनिट की कमी की जा सकती है।
इतनी होगी महीने में बचत
मान लीजिए आपके यहां 2 किलोवॉट का कनेक्शन है, जिसमें सरकार 6.5 रुपए प्रति यूनिट रेट से बिल ले रही है। आप महीने में 200 यूनिट खर्च कर लेते हैं तो पहले 1300 रुपए का बिल आता था, अब इसके बाद 35 पैसे की कमी के बाद 1230 का बिल आएगा। यानी 70 रुपए का सभी फायदा आपको हो सकता है।
योगी 2.0 में नहीं बढ़ी बिजली की दरें
योगी 2.0 में अभी तक बिजली दर नहीं बढ़ाई गई हैं। ऐसे में बिजली की दर कम करने का प्रस्ताव उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर है। वहीं यूपी राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने बिजली कंपनियों के इस फैसले का स्वागत किया है। परिषद के अध्यक्ष अवेधश वर्मा ने बताया कि उपभोक्ता परिषद काफी लंबे समय से बिजली की दरें कम करने की लड़ाई लड़ रहा है। ऐसे में हमारी लड़ाई रंग लाई है। अवेधश वर्मा ने नियामक आयोग के अध्यक्ष अरविंद कुमार और सदस्य संजय कुमार सिंह से मुलाकात कर उन पर तत्काल कार्रवाई शुरू करने की मांग कर है, ताकि उपभोक्ताओं को तीन माह तक महंगी बिजली से राहत मिल सके।