इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (Institute of Management Studies) नोएडा के पत्रकारिता और जनसंचार ने शुक्रवार को कोरोना महामारी से जुड़ी एक चर्चा का आयोजन किया। विभाग के प्रयास से आयोजित इस ऑनलाइन कार्यक्रम में “मीडिया और मनोरंजन आयोग पर कोविड का प्रभाव” विषय पर चर्चा की गई। संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान बतौर वक्ता एडमस यूनिवर्सिटी कोलकाता के प्रो-वाइस चांसलर प्रो. उज्जवल चौधरी ने अपने विचार प्रकट किए। आईएमएस की डीन डॉ. मंजु गुप्ता के साथ संस्थान के शिक्षक एवं छात्रों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए प्रो. उज्जवल चौधरी ने बताया कि कोरोना संक्रमण के दौरान या उसके बाद मीडिया इंडस्ट्री में काफी बदलाव देखने को मिला। आज मीडिया एवं मनोरंजन उद्योग में डिजिटलाइजेशन का चरण चल रहा है। जब कोरोना के दौरान अन्य संस्थागत कार्य निचले पायदान पर थे, उस वक्त मीडिया अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को समझते हुए एक पड़ाव से दूसरे पड़ाव की तरफ कदम बढ़ा रहा था। प्रो. चौधरी ने कहा कि कोरोना काल के दौरान मीडिया बिना रुके, बिना थके तकनीक को अपने साथ लिए लगातार लोगों के बीच अपनी पैठ बना रहा था।
डॉ. मंजु गुप्ता ने छात्रों को मीडिया की जिम्मेदारी एवं बारीकियों से रूबरू कराते हुए कहा कि भविष्य के पत्रकार, वर्तमान पत्रकारों से सीखें। किस प्रकार विकट परिस्थिति में भी पत्रकारों ने बखूबी अपने काम को पूरा किया। कार्यक्रम के दौरान आईएमएस की डीन डॉ. मंजु गुप्ता के साथ विभागाध्यक्ष डॉ. श्रद्धा पुरोहित ने भी छात्रों को संबोधित किया।