Google Image | डासना जेल में 140 कैदी एचआईवी पॉजिटिव
Ghaziabad : जिला कारागार में बंदियों के स्वास्थ के प्रति सजग रहने वाले एनजीओं द्वारा अधिकारियों की मदद से अभियान चलाकर उनका स्वास्थ्य प्रशिक्षण किया जा रहा है। इसी क्रम में घातक रोगों के परीक्षण के दौरान डासना जेल में बंद पांच हजार से अधिक बंदियों में से लगभग डेढ़ सौ बंदी एचआईवी पॉजिटिव मिले हैं। इस सूचना के मिलते ही जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया।
जिला कारागार में 5500 कैदी
जिला कारागार में 5500 कैदी हैं, जिनमें से कुछ की जांच पर 140 कैदी एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं। इसमें कुछ कैदियों को टीबी के लक्षणों की भी पुष्टि हुई है। कुछ कैदी टीवी रोग से पीड़ित निकले हैं। एचआईवी पॉजिटिव कैदियों का ऐड्स कंट्रोल सोसायटी की मदद से इलाज किया जाएगा।
आंकड़ा चौंकाने वाला नहीं : जेल अधीक्षक
जेल अधीक्षक आलोक कुमार सिंह ने बताया कि बंदियों की संख्या का आंकड़ा चौंकाने वाला नहीं है, क्योंकि नए बंदियों के जेल में पहुंचने पर परीक्षण आदि कराए जाते हैं। यह संख्या लगभग 125-150 के आसपास बनी रहती है। इनमें काफी संख्या में कैदी नशे के आदी होते हैं। नशे के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सिरिंज के इस्तेमाल से संक्रमण का शिकार हो जाते हैं। कुछ बंदी सजा काटकर जेल से निकल जाते हैं और कुछ नए बंदी लगातार आते रहते हैं।
हापुड़ और गाजियाबाद की जेल एक
वहीं, डासना जेल में टीवी के भी 17 मरीज सामने आए हैं। जिनको अलग से आइसोलेट वार्ड में रखा गया है। जहां उनका इलाज किया जा रहा है। हापुड़ और गाजियाबाद की जेल एक ही होने की वजह से यहां कैदियों की संख्या अधिक है।