Tricity Today | लूट के माल को खपाने वाले सुनार को गिरफ्तार किया
Ghaziabad News : राहगीरों से चेन लूट की वारदात करने वाले गिरोह का जनपद की एंटी स्नैचिंग सेल ने पर्दाफाश करते हुए गैंग के सरगना, उसके साथी और लूट के माल को खपाने वाले सुनार को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से साढ़े तीन लाख रुपए कीमत की सोने की 9 चेन, तमंचा, कारतूस और घटना में प्रयुक्त बाइक बरामद की है। गैंग सरगना के खिलाफ लखनऊ में लूटपाट के 17 मामले दर्ज हैं। लखनऊ जेल से छूटने के बाद वह बीते 4 सालों से अपने साथी के साथ मिलकर एनसीआर क्षेत्र में ताबड़तोड़ वारदात कर रहा था।
तीन आरोपी गिरफ्तार
एसपी क्राइम डॉ. दीक्षा शर्मा ने बताया कि मुखबिर की सूचना के आधार पर स्वाट टीम प्रभारी इंस्पेक्टर अब्दुर रहमान सिद्दकी, एन्टी स्नैचिंग सैल प्रभारी प्रजन्त त्यागी, एन्टी ऑटो थैफ्ट सैल संजीव चौधरी, जयवीर सिंह की संयुक्त टीम ने बुधवार को सुनार ऋषभ वर्मा निवासी दिल्ली, शादान निवासी दिल्ली और आजिम पुत्र नौशाद निवासी प्रेम नगर लोनी को गिरफ्तार किया। आजिम गैंग सरगना है। उसका साथी शादान और सुनार ऋषभ वर्मा शामिल हैं। एसपी क्राइम ने बताया कि आजिम लूटपाट के साथ-साथ लोनी में घर के पास होटल भी चलाता है। जबकि शादान कपड़ों की फेरी लगाता है। ऋषभ वर्मा की गैंग सरगना आजिम के घर के पास ही सुनार की दुकान है।
लखनऊ में 17 मुकदमा दर्ज
आजिम पूर्व में अपने गैंग के सदस्यों के साथ मिलकर लखनऊ में लूटपाट की घटनाएं करता था। उसके खिलाफ लखनऊ में 17 केस दर्ज हैं। वर्ष 2016 में आजिम और उसके साथियों को लखनऊ पुलिस ने पकड़ कर जेल भेज दिया था। वर्ष 2017 के अंत में कोर्ट से जमानत मिलने के बाद आजिम जेल से छूट आया। इसके बाद उसने लखनऊ के बजाए दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र को अपना अड्डा बना लिया। जिसके बाद यहां भी लूट की वारदातों को अंजाम देने लगे।
कपड़ों की फेरी लगाता है शादान
सरगना का मुख्य साथी शादान कपड़ों की फेरी लगाता है। फेरी के बहाने वह वारदात के लिए पॉश इलाकों को चिन्हित कर लेता है। इन इलाकों में घटना के लिए कौन-कौन से स्थान सुरक्षित हैं और भागने के रास्तों आदि की जानकारी जुटा लेता है। जिसके बाद आजिम और शादान मिलकर उस इलाके में सुबह और रात के वक्त चेन स्नैचिंग की घटनाओं को अंजाम देते हैं। आरोपी मॉर्निंग वॉक और रात के वक्त सड़क पर घूमने वाली महिलाओं को ही टारगेट करते थे।
पड़ोसियों को थी जानकारी
पुलिस का कहना है कि आजिम के बारे में उसके आस-पड़ोस के लोग जानते हैं। जिसकी वजह से आरोपी सुनार ऋषभ वर्मा कभी उससे अपनी दुकान पर बुलाकर लूटी गई चेन नहीं खरीदता था। लूट की कई चेन को एकत्र करने के बाद आजिम सुनार को कॉल करता था। वह दोनों दुकान से अलग किसी ठिकाने पर मिलते थे। जहां सुनार आजिम से सस्ते दामों में लूटी गई चेन और अन्य जेवर खरीद लेता था। आरोपी सुनार भी बीते चार साल से आरोपियों से लूट के जेवर खरीद रहा था।