Ghaziabad News : फरवरी की 29 तारीख को गाजियाबाद में 44 बच्चों की किलकारियां गूंजी। इस दौरान गाजियाबाद के सरकारी अस्पतालों में 25 बेटे और 19 बेटियों ने जन्म लिया। 29 फरवरी को जन्म लेने वाले सभी बच्चों का पहला जन्मदिन अब 4 साल बाद 2028 में मनाया जाएगा।
अब 2028 में मनेगा बच्चों का पहला जन्मदिन
लीप डे यानी 29 फरवरी का दिन प्रत्येक वर्ष नहीं आता है। लीप ईयर प्रत्येक चौथे वर्ष आता है। इसमें 366 दिन होते हैं और फरवरी माह में एक अतिरिक्त दिन होता है। फरवरी की 29 तारीख के दिन पैदा हुए बच्चों को चार वर्ष में एक बार ही अपना जन्मदिन मनाने का मौका मिलता है। इस साल भी गुरुवार को लीप डे था और इस विशेष दिन गाजियाबाद में कई बच्चों ने जन्म लिया। 29 फरवरी के दिन सरकारी अस्पतालों में 44 बच्चों ने जन्म लिया। जिनमें 19 बेटी और 25 बेटे शामिल है। इन सभी बच्चों का पहला जन्मदिन अब 2028 में मनाया जाएगा।
क्या है सरकारी मान्यता
बच्चों के अभिभावकों का कहना है कि भले ही उनके बच्चों का जन्मदिन 4 साल बाद आएगा लेकिन वर्ष में एक दिन चुनकर वे अपने बच्चे का जन्मदिन जरूर मानेंगे। वही जननी सुरक्षा योजना के नोडल अधिकारी डॉक्टर रविंद्र कुमार ने बताया कि जिले में सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत गुरुवार को 44 बच्चों ने जन्म लिया। इस दौरान 15 महिलाओं का सामान्य प्रसव हुआ जबकि चार महिलाओं की सिजेरियन डिलीवरी हुई। सभी बच्चे और महिलाएं स्वस्थ हैं।
आठ स्वास्थ्य केंद्रों पर हुआ बच्चों का जन्म
गाजियाबाद के आठ स्वास्थ्य केंद्रों पर जन्म लेने वाले बच्चों में महिला अस्पताल में 19 बच्चे, संयुक्त अस्पताल में 3 बच्चे, लोन सीएचसी 5 बच्चे, भोजपुर पीएचसी 4 बच्चे, डासना सीएचसी 6 बच्चे, मुरादनगर सीएचसी 4 बच्चे, लोन में 3 बच्चों ने जन्म लिया। हालांकि प्रशासनिक स्थिरता बनाए रखने के लिए 29 फरवरी को जन्म लेने वाले बच्चों का जन्मदिन 1 मार्च को मनाया जाता है।