Ghaziabad News : दिल्ली एनसीआर के नोएडा और गाजियाबाद में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। गाजियाबाद में वायु प्रदूषण आयोग की तरफ से ग्रेप-3 लागू करने का निर्देश दिया है। बता दें कि लोनी में एक्यूआई 500 के पास पहुंच गया है। दम घोट देने वाले वातावरण में लोगों को सांस की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। लोग चेहरे पर मास्क लगाकर घर से बाहर निकल रहे है। इस बीच बड़ी बात यह है कि एनसीआर में इनहेलर की मांग बढ़ गई है।
बढ़ी इनहेलर की मांग
दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण के चलते इनहेलर की डिमांड बढ़ गई है। जिसके बाद इसकी बिक्री में 25 से 30 फीस दी का उछाल देखने को मिला है। नोएडा, गाजियाबाद, दिल्ली सहित एनसीआर में वायु प्रदूषण की वजह से लोगों को सांस की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिन लोगों को पहले से सांस की समस्या या दमे की बीमारी है, उन लोगों को अस्पताल में भी भर्ती होना पड़ रहा है। गाजियाबाद के जिला एमएमजी अस्पताल में रोजाना सो से अधिक लोग सांस की परेशानी और आंखों में जलन की समस्या लेकर आ रहे हैं। इसी के साथ संयुक्त जिला अस्पताल संजय नगर में भी वायु प्रदूषण की वजह से मरीजों की संख्या बढ़ी है। वहीं कुछ लोग निजी अस्पतालों का भी रुख कर रहे हैं। बता दें कि इस दौरान सांस की समस्या के चलते इनहेलर की डिमांड बाजार में बढ़ गई है। गाजियाबाद में दवाइयों के होलसेल अरुण कुमार ने बताया कि वायु गुणवत्ता खराब होने के कारण बाजार में अचानक से इनहेलर की मांग बढ़ गई है। जिसके चलते इसकी बिक्री में 25 से 30 प्रतिशत का उछाल देखने को मिल रहा है।
लोनी में एक्यूआई 500 के पास
दिल्ली एनसीआर में सबसे ज्यादा खराब हालत लोनी क्षेत्र की है। यहां एक्यूआई 500 के पास पहुंच गया है। बता दें कि प्रशासन की तरफ से एक्यूआई को कम दिखाने के लोनी में एक्यूआई सेंटर के बाहर से वाटर स्प्रिंकल मशीन से पानी का छिड़काव कर मशीन में एयर क्वालिटी इंडेक्स को कम दिखाने की कोशिश की जा रही इसके बावजूद यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 500 के आसपास बना हुआ है। जबकि सड़कों पर बीएस-3 और बीएस-4 वाहनों को रोक दिया गया है। ऐसे वाहनों का चालान किया जा रहा है। जबकि वायु की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए नगर निगम की तरफ से शनिवार को सड़क के किनारे लगे पेड़ों पर भी पानी का छिड़काव किया गया है।