योजना की वाट लगा रहा था बाबू, जीडीए वीसी ने कर दिया सस्पेंड

गाजियाबाद से बड़ी खबर : योजना की वाट लगा रहा था बाबू, जीडीए वीसी ने कर दिया सस्पेंड

योजना की वाट लगा रहा था बाबू, जीडीए वीसी ने कर दिया सस्पेंड

Tricity Today | जीडीए वीसी अतुल वत्स

Ghaziabad News : गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) का एक बाबू जीडीए वीसी अतुल वत्स की पहल पर लाई गई “पहले आओ पहले पाओ” योजना की वाट लगा रहा था, जीडीए वीसी को इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने बाबू को निलंबित कर दिया। हुआ दरअसल यूं कि जीडीए की “पहले आओ पहले पाओ” योजना के तहत इंद्रप्रस्थ योजना में कुलदीप तिवारी को फ्लैट नंबर - 302 और 303 का आवंटन हुआ था।  उन्होंने टोकन मनी के रूप में 4,02000 रुपये भी जीडीए के खाते में जमा करा दिए, उनकी ईएमआई भी शुरू हो गई, लेकिन जीडीए का बाबू विनोद मिश्रा दो माह तक आवंटन पत्र दबाए बैठा रहा। कुलदीप तिवारी की शिकायत पर जीडीए वीसी ने विनोद मिश्रा को सस्पेंड कर दिया।

बाबू ने ऐसे लगाई योजना की वाट
पुरानी संपत्तियों के निस्तारण के लिए जीडीए वीसी की पहल पर “पहले आओ, पहले पाओ” की योजना इस कंसेप्ट के साथ लागू की थी कि आवंटियों को मौके पर ही आवंटन- पत्र जारी किए जाएंगे ताकि उन्हें जीडीए के चक्कर न काटने पड़ें लेकिन कनिष्ठ लिपिक विनोद मिश्रा ने योजना के मूल कंसेप्ट की ही वाट लगाते हुए दो माह तक आवंटन पत्र नहीं जारी किया। योजना के तह‌त कुलदीप तिवारी को 4 अक्टूबर को इंद्रप्रस्थ योजना में फ्लैट नंबर जी-302 और 303 आवंटित किए गए थे।

शिकायत पर मांगा गया था स्पष्टीकरण
आवंटी कुलदीप तिवारी की शिकायत पर जीडीए वीसी ने योजना का काम देख रहे कनिष्ठ लिपिक विनोद मिश्रा से स्पष्टीकरण मांगा लेकिन वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। कलदीप तिवारी के ऑनलाइन आवेदन पर समिति ने आवेदन स्वीकार करते हुए कुलदीप तिवारी को आवंटन की सूचना दी थी। टोकन मनी जमा कराने के बाद भी आवंटी को दो माह तक चक्कर कटवाने के मामले को वीसी ने गंभीरता से लिया। वीसी ने मामले में कनिष्ठ लिपिक विनोद मिश्रा को काम में लापरवाही के आरोप निलंबित कर दिया।

वीसी बोले- लापरवाही बर्दाश्त नहीं
जीडीए वीसी अतुल वत्स ने संपत्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं कि जीडीए में आने वाली शिकायतों का समय से निस्तारण करें। लापरवाही करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। “पहले आओ, पहले पाओ” योजना के तहत जीडीए की संपत्ति खरीदने वालों को मौके पर ही आवंटन पत्र जारी किए जाएं। इसमें कोई चूक होने पर अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। निलंबित किए गए बाबू को जीडीए वीसी ने विधि विभाग से अटैच किया है।

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