Ghaziabad News : नंदग्राम की नई बस्ती में नाना-नानी के घर रह रही तीसरी कक्षा में पढ़ने वाली खुशी (13) का अज्ञात व्यक्ति ने अपहरण कर लिया। फोन कर खुशी के पिता से तीन दिन में 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई है। रकम न मिलने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी गई है।
ममता का दूसरा पति है सोनू
सोनीपत के गांव टोकी मनोली के रहने वाले मोन सिंह की शादी वर्ष 2009 में गाजियाबाद के नई बस्ती में रहने वाली ममता से हुई थी, जिनसे उनकी दो संतान खुशी और विवेक हैं। मोन सिंह की जून 2015 में सड़क हादसे में मृत्यु के बाद ममता की शादी उसके देवर सोनू से कर दी गई। दोनों से एक बेटा अर्जुन है। सोनू के पास खुद की क्रेन है, जिसे वह चलाता है।
कैसे हुई पूरी घटना
परिवार ने बताया कि खुशी वर्तमान में नई बस्ती में नाना विजेंद्र और नानी शांति देवी के पास रहती थी। रविवार को खुशी की तबीयत खराब थी, उसे नहलाने के बाद घर में अकेला छोड़ शांति देवी अपने पति विजेंद्र के साथ घास लेने के लिए गई। दोपहर साढ़े 12 बजे वापस आईं तो घर पर ताला लगा मिला। रविवार दोपहर 1:42 मिनट पर सोनू के पास अंजान मोबाइल नंबर से फोन गया, फोन करने वाले ने खुशी के अपहरण करने की बात कह उनसे 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी। इसके बाद मोबाइल नंबर आउट आफ रीच हो गया।
3 दिनों में 30 लाख की फिरौती
सोनू ने अपने साले सतीश को फोन किया। खुशी के लापता होने की जानकारी मिली तो उन्होंने फोन कॉल के बारे में बताया। दोपहर तीन बजे बिजेंद्र और शांति ने नंदग्राम थाने जाकर मामले की जानकारी पुलिस को दी। काफी प्रयास करने पर दोपहर 3:35 बजे जिस नंबर से फोन आया था, उस पर फोन लगा। सोनू ने खुशी और काल करने वाले के बारे में पूछा तो उसने कहा कि इस बारे में ज्यादा जानने की कोशिश मत करो, तुम्हारे पास 30 लाख रुपये का इंतजाम करने के लिए तीन दिन का समय है, इंतजाम कर लो वरना अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना।
एक व्यक्ति को पुलिस ने हिरासत में लिया
सीओ सिहानीगेट आलोक दुबे ने बताया इसके बाद फोन दोबारा आउट आफ रीच हो गया। दो दिन हो जाने पर भी खुशी के न मिलने से परिवार परेशान हैं। दूबे का कहना है कि फोन नंबर के आधार पर अपहरणकर्ता को ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है, शक के आधार पर नई बस्ती में ही रहने वाले एक व्यक्ति को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। जल्द ही मामले का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।