Ghaziabad News : गाजियाबाद के मोदीनगर के निवाड़ी थाना क्षेत्र स्थित दिव्य ज्योति कॉलेज ऑफ फार्मेसी में छात्रों से 20 लाख रुपये ठगने का मामला सामने आया है। रजिस्ट्रार ने फीस के नाम पर करीब 30 छात्रों से पैसे ठग लिए। साथ ही पैसे लेने के बाद उन्हें फर्जी नो ड्यूज भी थमा दिए। निवाड़ी पुलिस ने संस्थान के निदेशक की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
कई राज्यों के बच्चे हैं पढ़ते
दिव्य ज्योति कॉलेज ऑफ फार्मेसी निवाड़ी रोड पर है। जहां आसपास के राज्यों से भी छात्र पढ़ने आते हैं। संस्थान के निदेशक डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि मेरठ के बहसूमा निवासी अमरीश कुमार फरवरी 2020 से दिव्य ज्योति कॉलेज ऑफ फार्मेसी में रजिस्ट्रार के पद पर तैनात थे। उन्होंने छात्रों से फीस के नाम पर पैसे लिए और अपने पास रख लिए। छात्रों को कोई रसीद नहीं दी। यह करीब तीन साल से चल रहा था। आरोपियों ने फर्जी हस्ताक्षर बनाकर शासन से मिले टैबलेट के साथ भी छेड़छाड़ की। इसकी भनक लगने पर जांच की गई तो कई तथ्य सामने आए। करीब 30 छात्रों से लाखों रुपये ऐंठ लिए गए।
इन छात्रों से की ठगी
जांच में पता चला कि छात्रों मोहम्मद आसिफ से पांच हजार, जमील से 15 हजार, रीना देवी से 40 हजार, मोहम्मद सुहैल से 35 हजार, नदीम से 30 हजार, कुमकुम से 40 हजार, कुलदीप से 50 हजार, प्रशांत से 40 हजार, कुलदीप से 50 हजार, अमित से 1.32 लाख रुपये आदि ऐंठ लिए गए। इसके बाद आरोपी अमरीश कुमार फरार हो गया। मामले में डॉ. सुनील कुमार ने डीसीपी देहात से शिकायत की। उन्होंने मामले में तत्काल रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए। कुलसचिव की करतूत सामने आने के बाद शिक्षक भी बेचैन हैं।
कॉलेज में पहले भी हुए विवाद
एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि अमरीश कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। कॉलेज पहले से ही विवादों से घिरा रहा है। कभी सरकारी जमीन पर कब्जे के आरोपों के चलते चर्चा में रहा तो कभी सफाई कर्मचारी और छात्रा की आत्महत्या के चलते चर्चा में रहा।