Ghaziabad News : मैनापुर गांव में 29 जुलाई को हुई भोपाल सिंह की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने हत्याभियुक्त को गिरफ्तार कर हत्या में इस्तेमाल किया फावड़ा भी बरामद लिया है। बता दें कि राजमिस्त्री भोपाल सिंह नंदग्राम में क्षेत्र में रहता था। वह कुछ दिन से मैनापुर गांव में सोनू पुत्र गुलवीर के मकान पर काम कर रहा था। भूतल का काम पूरा होने के बाद निर्माण कार्य पहले मंजिल पर चल रहा था। हत्या के बाद भोपाल सिंह के बेटे प्रदीप ने मकान मालिक सोने से भुगतान को लेकर विवाद की बात कही थी। प्रदीप ने सोनू, सोनू की पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों को नामजद कराते हुए हुए एफआईआर दर्ज कराई थी।
बेटे ने मकान के खिलाफ दर्ज कराई थी एफआईआर
मृतक के बेटे की तहरीर पर मुधबन बापूधाम थाना पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज कर ली, लेकिन पुलिस को शक हो गया था कि हत्या को अंजाम किसी और ने दिया है। इसलिए पुलिस ने सर्विलांस की मदद से गहन जांच की और आखिरकार मामले का खुलासा करके ही दम लिया है। पुलिस ने हत्याभियुक्त के कब्जे से आला कत्ल यानि फावड़ा और भोपाल सिंह की बाइक भी बरामद कर ली है। पूछताछ में हत्याभियुक्त ने अपना जुर्म कबूल किया है। उसने पुलिस को बताया है कि भोपाल सिंह के गालियां देने से नाराज था। इसीलिए फावड़े से उसके सिर पर वार कर फरार हो गया था।
कौन है हत्याभियुक्त अनस
मधुबन बापूधाम थाना पुलिस ने बताया कि वारदात के बाद मौके से भोपाल सिंह की बाइक गायब थी और भोपाल सिंह के साथ काम रहा बेलदार भी फरार था। पुलिस का सबसे पहला शक बेलदार पर ही गया। पुलिस ने सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज के सहारे गहन जांच की। जब पुलिस को यह विश्वास हो गया कि बेलदारअनस ही हत्या को अंजाम देने के बाद फरार हो गया। शुक्रवार को पुलिस ने अनस को मैनापुर फाटक के पास से गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से भोपाल सिंह की बाइक UP14CA2950 बरामद कर ली, अनस की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त फावड़ा भी बरामद कर लिया गया है।
बेलदार अनस ने बताया पूरा वाकया
पूछताछ करने पर अभियुक्त अनस ने बताया कि 26 जुलाई को भोपाल सिंह हनुमान मन्दिर से मुझे 600 रुपये प्रतिदिन की दिहाड़ी के हिसाब से लेवर का काम करने के लिये बुलाकर गांव मैनापुर में सोनू के मकान पर ले गये थे। मैंने वहां तीन दिन काम किया। 29 जुलाई को मिस्त्री भोपाल ने मुझे मसाला बनाने में देर करने की बात कहकर मां बहन की भद्दी- भद्दी गालियां दीं थी। मना करने के बाद मिस्त्री ने गाली देना बंद नहीं किया तो मैने गुस्से में आकर फावड़े से उसके सिर पर तीन-चार वार कर दिए। मिस्त्री जमीन पर गिर पड़ा । मैं घबरा गया और फावड़े को वहीं नीचे कमरे में छुपाने के बाद मिस्त्री भोपाल की मोटरसाइकिल लेकर फरार हो गया था। उसके बाद से अनस गुलधर में छिपकर रह रहा था।