Ghaziabad News : गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की लापरवाही की शिकायत लेकर नगर निगम के दो पार्षद संजय सिंह व अभिनव जैन ने की जीडीए के चीफ इंजीनियर से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने इंदिरापुरम क्षेत्र की समस्या उठाते हुए जीडीए के अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाए। गौरतलब है कि शासन की तरफ से इंदिरापुरम कॉलोनी को जल्द से जल्द नगर निगम के हैंडओवर करने के निर्देश दिए गए हैं। जीडीए के अधिकारियों की घोर लापरवाही के चलते मामला ठंडे बस्ते में चला गया है।
जीडीए काम में सुस्त और लापरवाहर
जीडीए ऑफिस पहुंचे पार्षदों ने आरोप लगाया है कि गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के अधिकारी और कर्मचारियों की लापरवाही का नतीजा आम लोगों को भुगतना पड़ता है। उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया कि उनके क्षेत्र में स्थित वैभव पार्क में वाकिंग ट्रेक, पौधों का रखरखाव, साफ सफाई का मुद्दा विशेष रहा। पार्षदों ने बताया कि गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के अधिकारी काम करने में बहुत सुस्त है और लापरवाही से काम करते हैं। इस कारण लोगों को और स्थानीय पार्षदों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। जीडीए रखरखाव शुल्क के नाम लोगों से जो चार्ज वसूल रहा है। उसके एवज में जीडीए के कर्मचारी कार्य नहीं कर रहे हैं।
योगी-मोदी सरकार का नाम कर रहे खराब
संजय सिंह ने बताया कि जीडीए के कुछ अफसर योगी-मोदी सरकार का नाम खराब करने का काम कर रहे हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देकर हस्तांतरण प्रक्रिया को जल्द पूरा करने के सख्त निर्देश दिए थे। लेकिन इस दिशा में जीडीए के अधिकारी किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं कर रहे है साथ ही स्वयं भी क्षेत्र में विकास के कार्य नहीं कर रहे है। जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। इंदिरापुरम में जीडीए कोई भी विकास कार्य नहीं कर पा रहा।
चेतावनी- धरना प्रदर्शन के साथ खोलेंगे जीडीए की पोल
संजय सिंह का आरोप है कि इंदिरापुरम के नागरिक समय पर नगर निगम को टैक्स भी दे रहे हैं, लेकिन गाजियाबाद विकास प्राधिकरण में पार्षद को काम कराने के लिए बहुत ज्यादा संघर्ष करना पड़ता है। अगर आगे भी यही स्थिति रही तो इंदिरापुरम के सभी पार्षद क्षेत्र के विकास के लिए धरना प्रदर्शन करेंगे एवं मुख्यमंत्री योगी के सामने जाकर जीडीए की पोल खोलेंगे।