Tricity Today | DCH में सोमवार को पहुंची कायाकल्प टीम
Ghaziabad News : कोविड में ऑक्सीजन की टूट पड़ने के बाद बड़े- बड़े बंदोवस्त किए गए। जनपद के तमाम छोटे - बड़े सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए, लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पात रहा। जनपद के दूर दराज में स्थित छोटे अस्पतालों की तो जो स्थिति होगी, वो होगी, संजयनगर स्थित संयुक्त जिला अस्पताल (डीसीएच) में ऑक्सीजन के तीन प्लांट हैं, लेकिन मरीज के बेड तक ऑक्सीजन सप्लाई नहीं हो पा रही है। इस बात का खुलासा सोमवार को उस समय हुआ जब कायाकल्प की टीम अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंची। निरीक्षण के दौरान आर्थो वार्ड में ऑक्सीजन संबंधी उपकरणों की स्थिति परखने के लिए टीम को ऑक्सीजन नहीं मिली।
व्यवस्थाओं को लेकर भी मिली नसीहत
कायाकल्प अवार्ड योजना के तहत सोमवार को टीम दूसरे चरण का निरीक्षण करने जिला एमएमजी अस्पताल व संयुक्त जिला अस्पताल में निरीक्षण करने पहुंची थी। कायाकल्प की टीम में गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज से डॉ. विनोद कुमार चौरसिया और डीपीएम मनीष ने संयुक्त जिला अस्पताल और डा. प्रशांत व डाम् याकूब ने जिला एमएमजी अस्पताल का निरीक्षण किया। संयुक्त जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. विनोद चन्द्र पांडेय का कहना है कि कायाकल्प टीम द्वारा दिए गए निर्देशों पर अमल किया जाएगा।
आर्थो वार्ड में चालू नहीं मिली ऑक्सीजन : कायाकल्प टीम
अस्पताल के दूसरे तल पर अर्ली इंटरवेंशन सेंटर व ऑर्थो वार्ड का निरीक्षण किया। वार्ड में एक मरीज के बेड के निकट लगे ऑक्सीजन संबंधित उपकरण की जांच की गई, जांच करने पर बेड तक ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं होना पाया गया। टीम ने पैथोलॉजी लैब व अन्य वार्डों का भी निरीक्षण किया। टीम में मौजूद डॉ. विनोद ने बताया कि कायाकल्प योजना के तहत टीम द्वारा अस्पताल का एसेसमेंट किया गया है। आर्थो वार्ड में ऑक्सीजन संबंधित उपकरण चालू नहीं मिले। उन्होंने कहा कि एसेसमेंट के बाद रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।