विजयनगर थाना पुलिस पर गंभीर आरोप, दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कराने की मांग

गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट पर प्रदर्शन : विजयनगर थाना पुलिस पर गंभीर आरोप, दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कराने की मांग

विजयनगर थाना पुलिस पर गंभीर आरोप, दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कराने की मांग

Tricity Today | गाजियाबाद कमिश्नरेट के बाहर प्रदर्शन करते शीतल के परिजन

Ghaziabad News : उस दिन अगस्त माह की पहली तारीख थी। दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती शीतल ने दम तोड़ दिया। उससे पहले ही शीतल के परिजनों ने 29 जुलाई को विजयनगर थाना पुलिस को शिकायत दे दी थी। शिकायत पर पुलिस ने उसकी मौत के बाद संज्ञान लिया। पुलिस 2 अगस्त को शीतल के पति सागर को थाने ले आई लेकिन उसे थाने से चलता कर दिया गया। तहरीर दिए जाने के बाद दहेज का मामला दर्ज नहीं किया गया। यह आरोप मंगलवार को पुलिस आफिस पर पहुंचे शीतल के परिजनों ने लगाए हैं। उन्होंने प्रदर्शन करत शीतल को न्याय दिलाने के लिए दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की।

देवरानी पर गलत दवा खिलाने का आरोप
विजय नगर की माता कालोनी निवासी मीना देवी ने बताया कि अपनी बेटी  शीतल का विवाह दो वर्ष पूर्व संघर्ष कालोनी निवासी सागर के साथ किया था। सामर्थ्य के अनुसार शादी में दान -दहेज भी दिया गया था, ले । उनका आरोप है कि शीतल को शादी के बाद से ही ससुराल वालों ने दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था। तीन माह पहले की बात है, शीतल को उसकी देवरानी ने मेडिकल स्टोर से दवा लाकर दी थी। दवा खाने के बाद शीतल का गर्भपात हो गया। उसके बाद से ही उसकी तबीयत खराब थी।

आरएमएल अस्पताल में हुई थी शीतल की मौत
एक अगस्त को दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में शीतल की उपचार के दौरान मौत हो गई थी। शीतल की मां का आरोप है कि शीतल के अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान पुलिस को दहेज उत्पीड़न की शिकायत विजयनगर थाना पुलिस को दी गई थी, लेकिन पुलिस उस शिकायत की समय रहते सुध नहीं ली। 29 जुलाई को दहेज उत्पीड़न की शिकायत दी गई थी, लेकिन पुलिस ने उसकी मृत्यु के बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं किया।  शीतल की मृत्यु के बाद पुलिस ने उसके पति सागर को 2 अगस्त को पकड़ लिया था, लेकिन थाने से ही छोड़ दिया। मीना देवी ने आरोप लगाया ‌कि विजयनगर थाना प्रभारी ने हमारी तहरीर पर मुकदमा भी दर्ज न‌हीं किया।

क्या बोले डीसीपी सिटी
शीतल की मौत के मामले में डीसीपी सिटी राजेश कुमार का कहना है कि प्रकरण की गंभीरता से जांच कराई जाएगी और जांच में जो भी दोषी मिलेगा, उसे सख्त सजा दिलाई जाएगी। महिला की पोस्टमार्टम रिपोर्ट दोषी को सजा दिलाने में महत्वपूर्ण साक्ष्य का काम करेगी। डीसीपी ने कहा ह‌ै कि शीतल के परिजन जांच के लिए थोड़ा समय दें, उन्हे न्याय अवश्य मिलेगा।

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