Ghaziabad News : यूपी सरकार में मंत्री का कारिंदा बताकर डीएम को फोन करने और फिर मिलकर कारोबारी को ठेका दिलाने वाले तीन फर्जी नेताओं को कविनगर पुलिस ने पकड़ा है। तीनों ने खुद को मंत्री का करिंदा बताया और डीएम से मिलकर कारोबारी को जीडीए और अन्य विभागों में ठेका दिलाने की बात कही। इसके एवज में आरोपी ने कारोबारी से लाखों की डील की थी। कविनगर पुलिस ने तीनों को पकड़कर शांतिभंग की धारा में चालान किया है।
यह है पूरा मामला
सेक्टर-23 के संजय नगर निवासी संतोष कुमार सिंह ने कविनगर थाने में दर्ज कराई गई रिपोर्ट में कहा है कि उनका इंटरलॉकिंग टाइल्स बनाने का कारोबार है। 9 जनवरी को कुंवर ज्योतिरादित्य निवासी जौनपुर, दिनेश कुमार मौर्य निवासी सिविल लाइन कानपुर और सूरज वर्मा निवासी कानपुर उनसे और उनके सहयोगी मन्नू द्विवेदी से आकर मिले। तीनों ने खुद को संतोष कुमार के रिश्तेदार का संबंधी बताया। इन लोगों ने बताया कि उनके डीएम और प्रदेश के आला अधिकारियों, मंत्रियों से निजी संबंध हैं। आरोपियों ने उन्हें इंटरलॉकिंग टाइल्स का सरकारी ठेका दिलाने का भरोसा दिया और इसके एवज में खर्च करने की बात कही।
डीएम आवास पर हुई मीटिंग
आरोपी कुंवर ज्योतिरादित्य ने अपने मोबाइल फोन में संतोष कुमार को कई अधिकारियों के नंबर दिखाएं। कुछ दूर जाकर उसने किसी से फोन पर बात की और आकर बताया कि उनकी डीएम से बात हो गई है। उनका काम हो जाएगा। इसके बाद तीनों आरोपी संतोष कुमार को मिलाने की बात कहकर डीएम आवास पर ले गए और खुद को मंत्री का कारिंदा बताकर डीएम मिले। वहां इंटरलॉकिंग टाइल्स का ठेका देने की बात कही। लेकिन, आरोपियों की बात पर डीएम को शक हो गया। जैसे ही आरोपी डीएम से बात करने के बाद ऑफिस से बाहर निकले, डीएम ने मंत्री से फोन पर बात कर ली और आरोपियों की साजिश बेनकाब कर दी।
पुलिस बुलाकर कराया गिरफ्तार
इससे पहले कि आरोपी डीएम आवास से बाहर निकालकर संतोष सिंह से ठगी कर पाते, डीएम ने पुलिस बुला ली और तीनों को पकड़वा दिया। कविनगर एसीपी अभिषेक श्रीवास्तव का कहना है कि पीड़ित संतोष कुमार सिंह की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।