गाजियाबाद में अक्टूबर से दौड़ेंगी इलेक्ट्रिक बसें, 54 बस स्टैंड होंगे स्थापित

अच्छी खबर : गाजियाबाद में अक्टूबर से दौड़ेंगी इलेक्ट्रिक बसें, 54 बस स्टैंड होंगे स्थापित

गाजियाबाद में अक्टूबर से दौड़ेंगी इलेक्ट्रिक बसें, 54 बस स्टैंड होंगे स्थापित

Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो

Ghaziabad : शहर को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए 50 इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की योजना पर तेजी से काम चल रहा है। इसके तहत अब 54 बस स्टैंड स्थापित करने पर ध्यान दिया गया है। स्थान चिन्हित करने के बाद यह स्टैंड बनाए जाएंगे। शहर में अक्टूबर से 6 रूट पर इलेक्ट्रिक बसें दौडऩे की उम्मीद हैं। रूट के हिसाब से बस स्टैंड की भूमि चिन्हित करने के लिए जल निगम की कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज (सीएंडडीएस) यूनिट ने सर्वे का काम आरंभ कर दिया है। 

25 हजार वर्गमीटर जमीन पर चार्जिंग स्टेशन होगा
सर्वे रिपोर्ट आने के बाद मेरठ मंडल के मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में बनी स्पेशल पर्पज व्हीकल (एसपीवी) कमेटी में शामिल डीएम और रोडवेज के एआरएम, ट्रैफिक पुलिस की मंजूरी के बाद बस स्टैंड के निर्माण पर काम शुरू हो जाएगा। दरअसल, नगर निगम की अकबरपुर-बहरामपुर में इलेक्ट्रिक बसों के डिपो,चार्जिंग स्टेशन का निर्माण पूरा हो गया है। यहां पर 25 हजार वर्गमीटर जमीन पर चार्जिंग स्टेशन, डिपो का निर्माण किया गया है। इसमें अब सीएंडडीएस शाखा द्वारा विद्युतीकरण का कार्य किया जा रहा हैं। 

132 केवी का विद्युत सब-स्टेशन होगा
जल निगम की सीएंडडीएस यूनिट के स्थानिक अभियंता रोहित तोमर ने बताया कि डिपो में मेंटेनेंस शेड, मुख्य कार्यालय, सड़क, पार्किंग एरिया, गार्ड रूम, पंप रूप और बाउंड्रीवॉल बनाने का कार्य पूरा हो गया है। इस पर 5.08 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं, जबकि डिपो तक विद्युत लाइन बिछाने पर 4.21 करोड़ रुपए खर्च किए जाने हैं। डिपो में बिजली लाइन के साथ विजयनगर के 132 केवी विद्युत सब-स्टेशन से विद्युत लाइन बनाकर डिपो तक लाई जा रही है। जलकल विभाग के जीएम व नोडल प्रभारी योगेश श्रीवास्तव का कहना कि बस स्टैंड के लिए स्थान चिन्हित करने का सर्वे दो सप्ताह में पूरा हो जाएगा। 

यात्रियों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे और जीपीएस लैस होंगी बसें
यह कार्य भी सीएंडडीएस द्वारा किया जाना है। यानि कि बस स्टैंड भी इसके द्वारा बनाए जाएंगे। इसका एस्टीमेट बनाकर निगम को पूर्व में दिया जा चुका है। वहीं, इलेक्ट्रिक बसों की निगरानी और यात्रियों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे और जीपीएस से लैस किया जाएगा। रोडवेज के आरएम कार्यालय में प्रस्तावित मॉनिटरिंग सेंटर से बसों की निगरानी की जाएगी। रूटों पर चलने वाली बसों की गतिविधियां नजर में होंगी। 25 सीटों वाली बसों में यात्रियों को एयर कंडीशन की सुविधा भी मिलेगी। एक बार चार्ज होने पर बस 180 किमी तक चलेगी। 

पहले चरण में 6 रूटों पर संचालन होगा
इलेक्ट्रिक बसों का पहले चरण में 6 रूटों पर संचालन शुरू होगा। इनमें पहले छह रूटों में 40 किलोमीटर लंबा आनंद विहार से मुरादनगर, 30 किमी लंबा आनंद विहार से एएलटी सेंटर, 20 किमी लंबा दिलशाद गार्डन से गोविंदपुरम, 17 किमी लंबा दिलशाद गार्डन से लालकुआं, 28 किमी का गोविंदपुरम पुलिस लाइन से नोएडा सिटी सेंटर और 12 किमी का लोनी टीला मोड़ भोपुरा से नया बस अड्डा तक का रूट शामिल हैं।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.