Tricity Today | गाजियाबाद पहुंचे केरल और तमिलनाडु के किसान
आगामी रविवार को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में किसानों की महापंचायत होने वाली है। जिसमें भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत किसानों को संबोधित करेंगे। इस महापंचायत की रूपरेखा तैयार करने के लिए उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में किसान जोर शोर से तैयारी में लगे हुए हैं। इस महापंचायत में लाखों किसानों को एकत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है।
गाजियाबाद पुलिस अर्लट
किसानों की इस महापंचायत को लेकर गाजियाबाद यूपी गेट बॉर्डर पर किसानों की संख्या बढ़ने लगी है। शुक्रवार की शाम से गाजियाबाद के अलावा हरियाणा और पंजाब के किसान भी गाजियाबाद बॉर्डर पर पहुंचने लगे। यह देखते हुए गाजियाबाद पुलिस और प्रशासन अलर्ट हो गया है।
केरल और तमिलनाडु के किसान पहुंचे
पंजाब और हरियाणा के अलावा गाजियाबाद बॉर्डर पर केरल और तमिलनाडु के किसान भी पहुंचे। उम्मीद जताई जा रही है कि मुजफ्फरनगर में महापंचायत से एक दिन पहले शनिवार की शाम तक गाजियाबाद में हजारों किसान एकत्रित हो जाएंगे और वहां से मुजफ्फरनगर के लिए रवाना होंगे। इसको देखते हुए गाजियाबाद में पुलिस की सड़कों पर तैनाती की गई है।
एक जिले से हजारों किसान पहुंचेंगे मुजफ्फरनगर
राकेश टिकैत का कहना है कि 5 सितंबर की पंचायत को किसान और मजदूर अपनी अस्मिता से जोड़कर देख रहे हैं। मुजफ्फरनगर की पंचायत ऐतिहासिक होने वाली है। पूरे देश में भारतीय किसान यूनियन के हजारों किसान हर एक जिले में किसानों को एकत्रित करने का काम कर रहे हैं।
किसानों और मोदी सरकार आमने-सामने
आपको बता दें कि यह लड़ाई किसानों और मोदी सरकार के बीच में है। राकेश टिकैत का कहना है कि देश के किसान 3 कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं लेकिन मोदी सरकार ऐसा नहीं कह रही, जिसकी वजह से किसानों को मजबूरी में आंदोलन करना पड़ रहा है। राकेश टिकैट का कहना है कि जब तक मोदी सरकार इस 3 काले कानून को वापस नहीं लेगी, तब तक देश का किसान वापस घर नहीं जाएगा।