Ghaziabad News : गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) मेट्रो कॉरिडोर के दोनों ओर ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट (टीओडी) जोन विकसित करेगा। मेरठ में हुई 5 अगस्त की बोर्ड बैठक में जीडीए के इस प्रस्ताव पर मुहर लग चुकी है। प्रस्ताव पर 8 से 22 अगस्त तक आपत्ति और सुझाव मांगे गए हैं। 23 अगस्त को कमेटी सुनवाई करेगी। इस कमेटी में एनसीआर प्लानिंग बोर्ड से दो सदस्य होंगे, जबकि जीडीए, नगर निगम और जिला प्रशासन से एक-एक।
रेड और ब्लू लाइन पर विकसित होगी टीओडी
गाजियाबाद में रेड लाइन मेट्रो के जीटी रोड पर दिलशाद गार्डन से नया बस अड्डा तक परिचालित है जबकि ब्लू लाइन मेट्रो आनंद विहार से वैशाली तक। दोनों मेट्रो कॉरिडोर के दोनों ओर 500 - 500 मीटर तक टीओडी विकसित होगा। टीओडी जोन में आवासीय और व्यवसायिक गतिविधियों का संचालन हो सकेगा और साथ एफएआर भी दो गुना मिल सकेगा। टीओडी जोन सौ मीटर के प्लॉट पर 14 मीटर ऊंची इमारत बनाई जा सकेगी।
एफएआर के बारे में समझें
एफएआर यानि फ्लोर एरिया रेशियो। भूखंड के हिसाब से ही आपको फ्लोर बनाने की अनुमति मिलती है। गाजियाबाद में सामान्यतः ढाई एफएआर अनुमन्य है। बोलचाल की भाषा में कहें तो आप ढाई मंजिली इमारत बना सकते हैं। टीओडी जोन में दो गुना यानि पांच एफएआर देने की तैयारी है। ढाई एफएआर जो आपको मिलता है उस पर सिर्फ नक्शे का चार्ज लगेगा लेकिन अतिरिक्त ढाई एफएआर आपको जीडीए से परचेज करना होगा, यानि उसका भुगतान करना होगा।
जीडीए को करीब छह सौ करोड़ आय की उम्मीद
जीडीए वीसी अतुल वत्स ने बताया कि जीडीए ने टीओडी जोन के लिए सर्वे कराया था, सर्वे के मुताबिक जीडीए को टीओडी जोन से करीब छह सौ करोड़ रुपये की आय होगी। टीओडी जोन के भूखंड स्वामियों को भी बड़ा लाभ मिलेगा।वे अपनी संपत्ति का आवासीय और कामर्शियल उपयोग कर सकेंगे। उन्होंने बताया आपत्ति और सुझाव पर सुनवाई पूरी होने के बाद टीओडी जोन को मास्टर प्लान-2030 में शामिल कर लिया जाएगा।