गाजियाबाद में जनरल वीके सिंह की बाधा हुई दूर, अब चुनाव में जान लगाएंगे भरपूर

लोकसभा चुनाव 2024 : गाजियाबाद में जनरल वीके सिंह की बाधा हुई दूर, अब चुनाव में जान लगाएंगे भरपूर

गाजियाबाद में जनरल वीके सिंह की बाधा हुई दूर, अब चुनाव में जान लगाएंगे भरपूर

Tricity Today | सांसद जनरल वीके सिंह

Ghaziabad News : लोकतंत्र के महापर्व की रणभेरी बज चुकी है। इस बार आम चुनाव में भाजपा ने 400 सीट जीतने का लक्ष्य रखा है। भाजपा की रणनीति भी इसी लक्ष्य के इर्द-गिर्द घूम रही है। गाजियाबाद में दूसरे चरण में मतदान होना है लेकिन भाजपा ने अभी तक अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। लेकिन माना जा रहा है की तीसरी सूची में जनरल वीके सिंह के नाम पर मुहर लग सकती है। तस्वीर साफ होती दिखने लगी है। पार्टी हाईकमान सांसद वीके सिंह और राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह के नाम को लेकर चल रहे मंथन पर विराम लग चुका है। 

वीके सिंह को तीसरी बार हरी झंडी मिलने का इंतजार 
गाजियाबाद के दो बार से लगातार सांसद रहे जनरल वीके सिंह को तीसरी की तरफ से हरी झंडी मिलने जा रही है। गाजियाबाद से प्रत्याशी की दौड़ में वीके सिंह और अरुण सिंह के नाम पर चर्चा चल रही थी। गुरुवार को इन चर्चाओं पर पूर्ण विराम लगाते हुए पार्टी की तरफ से अरुण सिंह को आंध्र प्रदेश का चुनाव प्रभारी बनाया गया है। इसके बाद अब गाजियाबाद में प्रत्याशी को लेकर बहुत हद तक तस्वीर साफ हो चुकी है। तीसरी बार भी पार्टी हाईकमान जनरल पर ही दांव लगाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी जनरल पर पूरा भरोसा है। वीके सिंह विदेशों में फंसे भारतीयों को निकालने में मोदी सरकार के विश्वास पात्र रहे है। कई मौकों पर उन्होंने अपनी उपयोगिता साबित भी की है।  

बड़ी उपलब्धियां
वीके सिंह विदेशों में ऑपरेशन राहत के तहत करीब 48 देश से भारतीयों को सुरक्षित निकालने का कार्य करने वाले इकलौते सांसद रहे इसी है। विदेशों में किए गए सफल ऑपरेशन के बाद देश के प्रधानमंत्री की तरफ से उनको संकट मोचन कहा जाने लगा।

ऑपरेशन राहत यमन
वर्ष 2015 में यमन में हूती विद्रोहियों और सरकार के बीच छिड़ी जंग से चार हजार भारतीय फंस गए थे। यमन में चारों तरफ बमबारी हो रही थी। वहां से भारतीयों को सुरक्षित निकलने एक बड़ी चुनौती थी। जनरल वीके सिंह पर भरोसा जताते हुए मोदी सरकार ने उनके कंधों पर जिम्मेदारी सौंपी और उन्हें जिबूती भेजा। यमन में ऑपरेशन राहत चलाकर भारतीय वायुसेना और नौसेना के द्वारा 4600 से अधिक भारतीयों को भारत वापस लाने में कामयाब रहे।

ऑपरेशन संकट मोचन दक्षिण सूडान
वर्ष 2016 में दक्षिण सूडान में गृह युद्ध छिड़ गया। जहां लगभग 600 भारतीय फंस गए। मोदी सरकार ने एक बार फिर से वीके सिंह पर भरोसा जताते हुए 600 भारतीयों को निकालने की जिम्मेदारी सौंप। जनरल ने ऑपरेशन संकट मोचन चलाकर दक्षिण सूडान से भारतीयों को सकुशल निकाल लिया। इस ऑपरेशन के लिए वे स्वयं दक्षिण सूडान गए थे।

ऑपरेशन इराक
वर्ष 2018 में इस्लामिक आतंकवादी संगठन आईएसआईएस द्वारा मारे गए 39 भारतीयों को इराक से वापस लाने में जनरल वीके सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस ऑपरेशन के दौरान जनरल  वीके सिंह 2018 में स्वयं वायु सेवा के विशेष विमान द्वारा इराक गए थे।

ऑपरेशन गंगा यूक्रेन
वर्ष 2022 में रूस और यूक्रेन युद्ध के दौरान बड़ी संख्या में भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे थे, जिन्हें निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा शुरू किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर जनरल पर भरोसा जताया और उन्हें ऑपरेशन की जिम्मेदारी सौंपी। जनरल वीके सिंह ने विपरीत परिस्थितियों के बाद ऑपरेशन गंगा शुरू किया गया। इस दौरान वीके सिंह पोलैंड गए और युद्धग्रस्त क्षेत्र से छात्रों को बाहर निकल गया।

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