लोनी में बुजुर्ग के साथ मारपीट मामले में आरोपियों को मिली जमानत, पुलिस को नहीं मिली रिमांड

BIG NEWS: लोनी में बुजुर्ग के साथ मारपीट मामले में आरोपियों को मिली जमानत, पुलिस को नहीं मिली रिमांड

लोनी में बुजुर्ग के साथ मारपीट मामले में आरोपियों को मिली जमानत, पुलिस को नहीं मिली रिमांड

Google Image | बुजुर्ग के साथ दुर्व्यवहार किया गया

गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र में 5 जून को हुए बुजुर्ग की पिटाई और दुर्व्यवहार के मामले के मुख्य आरोपी परवेश गुर्जर को शुक्रवार को जमानत मिल गई। पुलिस परवेश गुर्जर का रिमांड चाहती थी, लेकिन अदालत ने इससे इंकार कर दिया और उसे जमानत दे दी। इससे पहले कल गिरफ्तार किए गए 4 आरोपियों को भी जमानत मिल गई है। इस बहुचर्चित मामले में अब तक गिरफ्तार हुए सभी 9 लोगों की बेल को अदालत ने मंजूर किया है। हालांकि गाजियाबाद के पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉ इरज राजा ने कहा था कि मुख्य आरोपी परवेश गुर्जर को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने की कोशिश करेगी। उससे दूसरे मामलों में भी पूछताछ की जानी है। 

गांव से गायब हैं परिवार
दरअसल परवेश की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। इसमें वह विधायक प्लेट लगी गाड़ी के पास खड़ा है। उसने कमर में पिस्टल रखा है। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपी से यह पिस्टल भी बरामद करने का प्रयास करती। इससे पहले जमानत पर बाहर आए कल्लू उर्फ अभय व आदिल गायब हैं। एक अन्य आरोपी उमेद पहलवान के घर भी कोई नहीं है। परवेश गुर्जर के घर पर भी ताला लटका है। आसपास के लोगों ने बताया कि घर पर बुधवार सुबह से ही ताला लटका है। गांव के लोगों ने कहा कि सांप्रदायिक सौहार्द कायम रखना प्राथमिकता है। बुजुर्ग अब्दूल समद के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार करना गलत था।

यह है पूरा मामला
गाजियाबाद पुलिस ने बताया कि 5 जून को बुलंदशहर के अनूप शहर में रहने वाले अब्दुल समद लोनी बॉर्डर के बेहटा आए। यहां से अपने एक जानकार के साथ परवेश गुर्जर के घर बंथला, लोनी गए। इसी दौरान परवेश के घर उसके अन्य साथी कल्लू, आदिल, आरिफ और मुशाहिद आ गए। आरोप है कि इन सब ने बुजुर्ग के साथ मारपीट शुरू कर दी। दरअसल अब्दुल समद ताबीज बनाने का काम करते हैं। लेकिन उनके दिए ताबीज से परिवार पर उल्टा असर हुआ। इस वजह से सभी नाराज थे। पीड़ित, आदिल, कल्लू सब एक दूसरे से पहले से परिचित हैं। क्योंकि अब्दुल समद गांव में कई लोगों को ताबीज दे चुके हैं। मामले में परवेश गुर्जर को गिरफ्तार किया गया था। पूरे घटनाक्रम की तफ्सीश के लिए 9 लोगों को हिरासत में लिया गया था। हालांकि अदालत ने सबको जमानत पर रिहा कर दिया है।

पुलिस ने दर्ज की FIR
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने बुजुर्ग से जय श्री राम का नारा नहीं लगवाया। पूरी लड़ाई व्यक्तिगत रही। इसमें मजहबी कट्टरता नहीं थी। लेकिन ट्विटर पर इसका वीडियो तेजी से वायरल हुआ। लोनी में हुई घटना पर गाजियाबाद के SSP अमित कुमार पाठक ने कहा, जांच में घटना का कोई धार्मिक एंगल नहीं मिला। ताबीज को लेकर आक्रोश के चलते इन्होंने ये घटना की। मारपीट में शामिल तीन लोगों को गिरफ़्तार कर उन्हें जेल भेज दिया गया है। बाकी लोगों के लिए हमारी टीमें प्रयास कर रही हैं। सोशल मीडिया पर जो कंटेट प्रकाशित किया गया, वो गैर-जिम्मेदाराना है। जिन लोगों ने जानबूझकर सोशल मीडिया पर अलग एंगल देने के लिए इसको छापा, उसमें 6 लोगों, एक वेबसाइट, ट्विटर और ट्विटर इंडिया के खिलाफ FIR लिखी गई है।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.