Ghaziabad News : गाजियाबाद विकास प्राधिकरण अपने कार्यों को लेकर हमेशा से सुर्खियों में बना रहता है। गाजियाबाद मास्टर प्लान की अवहेलना करते हुए कुछ बिल्डर शहर में जमकर अवैध निर्माण कर रहे हैं। जीडीए वीसी और जिलाधिकारी के सख्त आदेश के बाद भी बिल्डर जीडीए की छत्रछाया में फल फूल रहे हैं। गाजियाबाद-मेरठ रोड पर स्थित आरआरटीएस कॉरिडोर के दोनों तरफ विशेष विकास क्षेत्र (टीओडी) जोन घोषित किया हुआ है। इस क्षेत्र में जमीनों का भाव आसमान छू रहा है। इसी बात का फायदा उठाकर यहां बिल्डर जमकर अवैध कॉलोनी काट रहे हैं।
यह है पूरा मामला
दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर बनने के बाद गाजियाबाद के मुरादनगर और मोदीनगर क्षेत्रों में तरक्की की संभावना देखी जा रही हैं। इस क्षेत्र का व्यवस्थित तरीके से विकास करने के लिए जीडीए ने महायोजना-31 में आरआरटीएस कॉरिडोर के दोनों तरफ विशेष विकास क्षेत्र (TOD) जोन घोषित किया हुआ है। जहां आवासीय हाइराइज इमारत बनाने के साथ व्यावसायिक उपक्रम लगाए जाने हैं, लेकिन यहां प्रॉपर्टी के बूम को देखते हुए बिल्डर और कॉलोनाइजर सक्रिय हो गए हैं। जिसके चलते यहां बिना नक्शा पास कराए अवैध कॉलोनियां विकसित की जा रही हैं।
शिकायतों पर कुंडली मारकर बैठे अधिकारी
मेरठ रोड़ भट्टा नंबर 5 क्षेत्र में महीनों से अवैध तरीके से बेसमेंट बनाकर निर्माण कार्य किया जा रहा है। यहां लगभग एक हजार वर्ग मीटर के भूखंड पर अवैध कार्य किया जा रहा है। जीडीए के एक्जिक्यूटिव इंजीनियर रुद्रेश शुक्ला, निहाल सिंह, मनोज गौर और रंजीत कुमार को इस मामले में शिकायत देने के बाद भी कार्रवाई नहीं होना जीडीए की घोर लापरवाही दर्शाता है। इसी प्रकार नित रोज यहां नई कॉलोनियां काटी जा रही हैं। जिसकी शिकायतें लगातार जीडीए के प्रवर्तन विभाग और वरिष्ठ अधिकारियों को दी जा रही है लेकिन अधिकारी इन शिकायतों पर कुंडली मारकर बैठे हैं।