गाजियाबाद श्मशान घाट हादसा: बिल्डिंग की जांच करने पहुंची इंजीनियरों की टीम

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गाजियाबाद श्मशान घाट हादसा: बिल्डिंग की जांच करने पहुंची इंजीनियरों की टीम

Tricity Today | बिल्डिंग की जांच करने पहुंची इंजीनियरों की टीम

गाजियाबाद के मुरादनगर कस्बे में श्मशान घाट हादसे की वजह बनी बिल्डिंग के निर्माण की जांच शुरू हो गई है। मंगलवार की दोपहर इंजीनियरों की टीम श्मशान घाट पहुंची और इमारत की जांच पड़ताल शुरू की है। इंजीनियर बिल्डिंग के स्ट्रक्चर की जांच बारीकी से कर रहे हैं। निर्माण में इस्तेमाल किए गए मैटेरियल के नमूने भी लिए गए हैं। नमूने प्रयोगशाला भेजे जाएंगे। वहां से रिपोर्ट आने के बाद इंजीनियर अपनी पूरी पड़ताल गाजियाबाद जिला प्रशासन को सौंपेंगे। आपको बता दें कि इस हादसे में 24 लोगों की जान चली गई है। करीब 40 लोग घायल हुए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार की सुबह हादसे के लिए जिम्मेदार अफसरों और ठेकेदार पर एनएसए के तहत कार्यवाही करने का आदेश दिया है।

मुरादनगर के श्मशान घाट में जो इमारत हादसे की वजह बनी उसका निर्माण बीते अक्टूबर महीने में नगर पालिका ने करवाया था। इस निर्माण में भ्रष्टाचार और लापरवाही के आरोप लगाए गए हैं। नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी, निर्माण करवाने वाले इंजीनियर, सुपरवाइजर और ठेकेदार को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन चारों लोगों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई करने का आदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया है। मुरादनगर के निवासी दीपक ने नगर पालिका अफसरों ठेकेदार के खिलाफ भ्रष्टाचार करने, निर्माण में लापरवाही बरतने और गैर इरादतन हत्या के आरोपों में एफआईआर दर्ज करवाई है। अब गाजियाबाद जिला प्रशासन ने इस निर्माण की जांच शुरू कर दी है।

मंगलवार की दोपहर इंजीनियरों की एक टीम मुरादनगर पहुंची। श्मशान घाट में बनाई गई इमारत की जांच पड़ताल शुरू की। इमारत के पिलर, नींव, लेंटर और दीवारों की नापतोल की गई है। पूरी इमारत से करीब 50 नमूने लिए गए हैं। इंजीनियरों का कहना है कि नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे जाएंगे। जिससे पता चल पाएगा कि निर्माण में इस्तेमाल किए गए सामान की गुणवत्ता कैसी है। करीब 3 घंटे तक इंजीनियरों की टीम ने पूरे भवन की जांच पड़ताल की है।

आपको बता दें कि इस हादसे में मारे गए लोगों के आश्रितों को सरकार ने 10-10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। प्रत्येक परिवार के एक-एक सदस्य को योग्यता के मुताबिक नौकरी दी जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को ऐलान किया है कि इनमें से अगर कोई परिवार निराश्रित है तो उसे सरकार आवास उपलब्ध करवाएगी। हादसे के लिए जिम्मेदार अफसरों और ठेकेदार पर एनएसए के तहत कार्रवाई होगी। नुकसान की भरपाई करने के लिए इन लोगों की संपत्तियां कुर्क करने का आदेश भी मुख्यमंत्री ने दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ कहा है कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह कार्रवाई नजीर बनेगी। जिससे भविष्य में कोई सरकारी कर्मचारी, अधिकारी और ठेकेदार लापरवाही नहीं बरतेगा।

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