Tricity Today | दिल्ली एनसीआर में विकास की नई इबारत लिखेगी जीडीए
Ghaziabad News : नोएडा के सेक्टर-62 से साहिबाबाद तक मेट्रो ट्रेन रूट की संशोधित डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट यानी (डीपीआर) अब जल्द तैयार हो सकती है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) और डीएमआरसी अधिकारियों के बीच हुई बातचीत के बाद अब जीडीए पहले बकाये धन में से 5.5 लाख रुपए डीएमआरसी को देगी। इसके साथ ही मेट्रो ट्रेन की संशोधित डीपीआर बनाने के लिए सहमति पत्र भी देगी, ताकि डीएमआरसी इसके बाद इस रूट की डीपीआर पर कवायत शुरू कर सके। जीडीए मेट्रो ट्रेन की रेड और ब्लू लाइन को जोड़ने में जुटा हुआ है।
यह है पूरी योजना
जीडीए द्वारा नोएडा के सेक्टर-62 से साहिबाबाद तक मेट्रो ट्रेन रूट को प्राथमिकता दे रही है। इस रूट की पूर्व में तैयार कराई गई डीपीआर में लागत 1517 करोड़ रुपए थी। वहीं, डीएमआरसी ने डीपीआर को संशोधित तैयार करने के लिए 10 लाख रुपए की मांग की है। इसके साथ ही पूर्व में मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट का बकाया करीब 23 लाख रुपए भी मांगे हैं।
10 लाख रुपए में बनेगा डीपीआर
जीडीए के प्रभारी चीफ इंजीनियर मानवेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि डीएमआरसी के अधिकारियों से हुई बातचीत के बाद अब डीएमआरसी को बकाया धनराशि में से 5.5 लाख रुपए दिए जाएंगे। इसके लिए जीडीए उपाध्यक्ष को अवगत करा दिया गया है। बाकी की धनराशि बाद में दी जाएगी। इसके साथ ही संशोधित डीपीआर के लिए सहमति पत्र भी डीएमआरसी को दिया जाएगा। डीएमआरसी के अधिकारियों से संशोधित डीपीआर तैयार करने के बाद फंडिंग को लेकर चर्चा की जाएगी। संशोधित डीपीआर तैयार होने के बाद 10 लाख रुपए बाद में दिए जा सकेंगे।
जीडीए के सामने फंड जुटाने की चुनौती
उम्मीद जताई जा रही है कि मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट की पूर्व में डीपीआर की 1517 करोड़ रुपए की लागत वर्तमान के हिसाब से बढ़ेगी। इसमें एक अतिरिक्त स्टेशन भी बनाया जा सकता है। जीडीए के सामने चुनौती है कि वह इस प्रोजेक्ट के लिए फंड कैसे जुटाएगी। पूर्व में भी जीडीए ने मेट्रो ट्रेन के लिए शासन से 50 फीसदी फंड मांगा था। इस बार जीडीए फिर से फंड जुटाने की कोशिश करेगी।