मेयर पर 30 लाख की रिश्वत लेने का आरोप, व्यापारियों ने कहा-एक करोड़ घूस मांग रहा था पार्षद

गाजियाबाद से बड़ी खबर : मेयर पर 30 लाख की रिश्वत लेने का आरोप, व्यापारियों ने कहा-एक करोड़ घूस मांग रहा था पार्षद

मेयर पर 30 लाख की रिश्वत लेने का आरोप, व्यापारियों ने कहा-एक करोड़ घूस मांग रहा था पार्षद

Google Image | मेयर सुनीता दयाल

Ghaziabad News : गाजियाबाद की मेयर पर रिश्वत लेने का आरोप लगाना पार्षद को महंगा पड़ गया। इस मुद्दे को लेकर राजेंद्र नगर इंडस्ट्रियल एरिया के व्यापारियों ने पार्षद पर ही रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले जब नाले को कवर करने की मांग को लेकर वे पार्षद से मिलने गए तो पार्षद ने उनसे एक करोड़ रुपये की मांग कर दी। पार्षद ने व्यापारियों से किस्तों में पैसे देने के लिए कहा। इसके बाद व्यापारियों ने पैसा एकत्रित कर स्वयं ही नाला कवर कर लिया। पैसा नहीं मिलने से नाराज पार्षद ने मेयर पर रिश्वत लेने का आरोप लगा दिया।

यह है पूरा मामला
गाजियाबाद की मेयर सुनीता दयाल पर 30 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगाने वाले पार्षद की मुश्किलें बढ़ गईं हैं। इस मामले में आज राजेंद्र नगर इंडस्ट्रियल एरिया के व्यापारियों ने एक प्रेस वार्ता कर पार्षद पर ही गंभीर आरोप लगाए। व्यापारियों ने पार्षद सचिन डागर पर एक करोड़ की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। गुरुवार को व्यापारियों ने बताया कि जिस मामले को लेकर पार्षद ने मेयर पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया है, वही रिश्वत वह खुद अपने लिए मांग रहे थे। व्यापारियों ने जब पार्षद को रिश्वत नहीं दी तो उन्होंने मेयर पर आरोप लगा दिया। 

पार्षद से मांगा सबूत
व्यापारियों ने पार्षद सचिन डागर द्वारा मेयर पर लगाए गए सभी आरोपों को गलत करार दिया। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पूर्व सचिन डागर से हमने अपने इंडस्ट्रियल एरिया के नाले को कवर करने की मांग की थी। जिसके एवज में उसने व्यापारियों से एक करोड़ रुपए की रिश्वत मांगी थी। आरोप है कि जब रुपए नहीं दिए तो उसने रकम को कम कर 50 लाख रुपए की मांग की। लेकिन, इसके बाद भी व्यापारी पार्षद सचिन डागर की बातों में नहीं आए तो उसने रकम को और कम करते हुए 30 लाख रुपए कर दिए। इसके बाद व्यापारियों ने वह काम खुद अपने सहयोग से ही पूरा कर लिया। अब सचिन डागर ने महापौर पर 30 लाख रुपए रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। व्यापारियों ने दावा किया है कि यदि हमने मेयर को पैसे दिए हैं तो वह इसका सबूत जनता के सामने रखें।

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