महिला एवं बाल अधिकार कार्यक्रम में बोलीं सुषमा सिंह-“समाज का नजरिया बदलेगा तो सशक्त होंगी महिलाएं”

गाजियाबादः महिला एवं बाल अधिकार कार्यक्रम में बोलीं सुषमा सिंह-“समाज का नजरिया बदलेगा तो सशक्त होंगी महिलाएं”

महिला एवं बाल अधिकार कार्यक्रम में बोलीं सुषमा सिंह-“समाज का नजरिया बदलेगा तो सशक्त होंगी महिलाएं”

Tricity Today | शपथ लेते मौजूद अधिकारी व पदाधिकारी

महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में गाजियाबाद निरंतर आगे बढ़ रहा है। पिछले कुछ वक्त में नारी की स्थिति को लेकर जो सुधार यहां हुआ है, वह प्रेरणादायी है। मगर दहेज प्रथा एवं बाल विवाह जैसी समस्याएं महिला सशक्तिकरण में बाधा हैं। इन्हें समाज से दूर कर ही महिलाओं को सशक्त किया जा सकता है। इसके बाद नए मजबूत समाज का निर्माण होगा। बालिकाएं व महिलाएं शिक्षित हों। 

जनप्रतिनिधि के रूप में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। सोमवार को उच्च प्राथमिक विद्यालय शहजादपुर में राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने कहीं। वह महिला एवं बाल अधिकार के संदर्भ में लगाई गई नारी चौपाल को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रही थीं। उन्होंने आगे कहा, “सरकार निरंतर नए-नए अभियान चला रही है। इसके बावजूद महिलाएं डर के साए में जीने को मजबूर हैं। महिला सुरक्षा व शिक्षा को बढ़ावा देना जरूरी है। कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ कदम तो उठ रहे हैं, परंतु यह पर्याप्त नहीं हैं।” 

महिलाओं को जागरूक होना होगा
कार्यक्रम की शुरुआत जिला समन्वयक बालिका शिक्षा, गौरव त्यागी ने उपाध्यक्ष को पुष्प भेंट कर किया। उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने यौन शोषण, बाल विवाह, दहेज प्रथा, लिंग भेद, गुड टच एवं बैड टच, हेल्प लाइन नंबर जैसे अहम विषयों पर चर्चा की। उन्होंने सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी महिलाओं संग साझा की। उन्होंने विद्यालय में मीना मंच संचालन के दौरान हर शनिवार को बालिकाओं एवं महिलाओं को जागरूक बनाने संबंधी गतिविधियों की जानकारी ली गई। 

कुरीतियों से लड़ने की शपथ ली 
उन्होंने अपने अनुभवों को ग्रामीण महिलाओं के साथ साझा किया। जिला पर्यवेक्षक अधिकारी विकास चंद्र ने महिलाओं के लिए जारी विभिन्न योजनाओं से अवगत कराया। कार्यक्रम के अंत में उपाध्यक्ष ने सभी को महिला सशक्तिकरण एवं बाल विवाह की रोकथाम के लिए शपथ दिलाई। बेसिक शिक्षा विभाग के वरिष्ठ खंड शिक्षा अधिकारी, पवन कुमार भाटी ने कहा, ‘महिला सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता के लिए प्रदेश सरकार की मुहिम मिशन शक्ति के तहत ग्रामीण व शहरी क्षेत्र की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। 

बेटा-बेटी में फर्क न करें
उन्होंने कहा, “बेटा-बेटी में कोई भेद नहीं, कोख में बेटियों की हत्या और बाल-विवाह जैसी घटनाएं न हों।” ग्राम प्रधान प्रदीप त्यागी ने उपाध्यक्ष सुषमा सिंह को बुके भेंट किया। इस अवसर पर जिला बालिका समन्वयक गौरव त्यागी, जिला नोडल बालिका शिक्षा पूनम शर्मा, ब्लॉक नोडल मीना मंच मुरादनगर रीनू, मोनिका त्यागी, विद्यालय की मीना मंच सुगमकर्ता ममता खन्ना, प्रधानाध्यापक उमेश चंद्र, कुसुम त्यागी आदि उपस्थित रहे।

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