Tricity Today | लैब में मॉडल्स के बारे में छात्राओं से बात करते नगरायुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक।
Ghaziabad News : नगरायुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के नेतृत्व गाजियाबाद नगर निगम नित नए आयाम स्थापित कर रहा है। इसी क्रम में बुधवार को एक और कड़ी उस समय जुड़ गई जब नगरायुक्त ने बालिका विद्यालय में स्वच्छ भारत तथा स्टेम लैब का उदघाटन किया। चंद्रपुरी में संचालित नगर निगम के स्वामित्व वाले इस विद्यालय में अब छात्राएं पर्यावरण रक्षा के लिए काम करेंगी। नगरायुक्त ने बताया कि बालिका विद्यालय में स्थापित की गई अपनी तरह की यह पहली लैब है।
सात स्कूलों का संचालन करता है निगम
नगरायुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि गाजियाबाद नगर निगम सात स्कूलों का संचालन करता है। इन स्कूलों करीब 5000 छात्राओं द्वारा शिक्षा प्राप्त की जा रही है, जिनके भविष्य को सुदृढ़ करने के लिए गाजियाबाद नगर निगम निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि प्राथमिकता पर छात्राओं को उच्च शिक्षा उच्च प्रशिक्षण हेतु अथक प्रयास किया जा रहे हैं, इसी क्रम में नगर पालिका बालिका इंटर कॉलेज में, जहां पर 2000 छात्राएं अध्ययनरत हैं, स्वच्छ भारत लैब तथा स्टेम लैब की शुरुआत की गई है। इस मौके पर छात्राओं से मुखातिब हुए नगरायुक्त ने उन्हें आगे बढ़ने और सतत परिश्रम् करने के लिए प्रेरित किया।
छात्राओं द्वारा तैयार किए मॉडल भी देखे
नगरायुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने इस दौरान छात्राओं द्वारा बनाए गए मॉडल देखे और सवाल जवाब भी किए। छात्राओं ने भी नगरायुक्त को अपने अपने मॉडल् की जानकारी देने में खूब रूचि दिखाई गई। इस मौके पर अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार यादव, प्रधानाचार्य अंतिमा चौधरी व अन्य उपस्थित रहे। नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि गाजियाबाद में भारत की पहली प्रयोगशाला स्वच्छ भारत प्रयोगशाला बनाई गई जिसमें लगभग 12 से 14 मॉडल बनाए गए हैं जो कि पर्यावरण को स्वच्छ और बेहतर बनाने के लिए छात्राओं को जागरूक करेंगे। कल को बेहतर बनाने के लिए आज छात्राओं को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना बेहद जरूरी है। यही सोचकर गाजियाबाद नगर निगम स्कूलों में इस प्रकार की लैब बनाई जाएंगी।
बालिका इंटर कालेज में लैब शुरू
चंद्रपुरी स्थित नगर पालिका बालिका इंटर कॉलेज में सबसे पहले स्वच्छ भारत लैब बनाई गई, जिसका शुभारंभ बुधवार को नगरायुक्त ने फीता काटकर किया। इस मौके पर सभी छात्राओं में भी उत्साह का संचार देखा गया। लैब में सोलर पैनल, वाटर हार्वेस्टिंग मॉडल, वेस्ट मैनेजमेंट, कूड़ा सेग्रीगेशन मॉडल, कंपोस्टिंग मॉडल, सोलर एनर्जी मॉडल, विंड एनर्जी मॉडल और वेस्ट टू वंडर वाले प्रोजेक्ट मॉडल लगाए गए हैं, जिनसे किस प्रकार पर्यावरण की शुद्धता को बताते हुए काम करना है, यह जानकारी दी गई है।
छात्राओं द्वारा तैयार स्टेम लैब भी हुई शुरू
स्वच्छ भारत लैब के साथ-साथ नगर आयुक्त द्वारा स्टेम लैब की भी शुरुआत की गई। 9वीं से लेकर 12वीं कक्षा तक की छात्राओं द्वारा स्टेम लैब को बनाया गया है, साइंस टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स कि इस लैब में छात्राओं द्वारा बनाए गए मॉडल लगाए गए जिसमें स्मार्ट डस्टबिन रोबोटिक मॉडल बनाकर प्रस्तुत किये गए। विभिन्न प्रकार के मॉडलों ने सभी का ध्यान आकर्षित किया। मुख्य रूप से छात्राओं के द्वारा बनाए गए मॉडलों में स्वच्छ भारत के अंतर्गत सेंसर युक्त डस्टबिन का प्रयोग, घरों एवं फैक्ट्री में ,धुएं के सेंसर का प्रयोग, रेनवाटर सेंसर मॉडल, रैक एंड पिनियन लिफ्ट रोबोट ए मूविंग रोबोट, वेंडिंग मशीन इंक फ्रॉम कार्बन एमिशन आदि मॉडल आकर्षण का केंद्र रहे।
पांच बेस्ट मॉडल होंगे पुरस्कृत
नगर आयुक्त ने छात्राओं की रचनात्मकता से प्रभावित होकर पांच बेस्ट मॉडलों को नगर निगम की तरफ से पुरस्कृत करने का वादा किया। अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार यादव ने बताया कि नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के नेतृत्व में गाजियाबाद नगर निगम के स्कूल तरक्की कर रहे हैं। छात्राओं के उज्जवल भविष्य के लिए भी गाजियाबाद नगर निगम के स्कूलों में प्रयोगशालाओं का शुभारंभ सराहनीय है, जिससे पर्यावरण को स्वच्छ और बेहतर बनाए रखने के लिए पढ़ने वाली छात्राएं जागरूक होंगी, छात्राओ को प्रशिक्षण दिया जाएगा, इसके लिए अन्य सामाजिक संस्थाएं भी निगम का सहयोग कर रही हैं, मौके पर स्पार्क एस्ट्रोनॉमी की टीम भी उपस्थित रही।