नए साल से गाजियाबाद में मास्टर प्लान, GDA का एरिया बढ़ेगा, ‌विकास को मिलेगी रफ्तार

Ghaziabad Master Plan 2031 : नए साल से गाजियाबाद में मास्टर प्लान, GDA का एरिया बढ़ेगा, ‌विकास को मिलेगी रफ्तार

नए साल से गाजियाबाद में मास्टर प्लान, GDA का एरिया बढ़ेगा, ‌विकास को मिलेगी रफ्तार

Google Image | Symbolic Image

Ghaziabad News : गाजियाबाद को नए साल में नया मास्टर प्लान मिल जाएगा। मास्टर प्लान- 2031 के प्रारूप को जीडीए बोर्ड से मंजूरी पहले ही मिल चुकी है अब शासन से मंजूरी मिलनी है। वर्तमान मास्टर प्लान की समयावधि वर्ष 2024 के साथ ही समाप्त हो जाएगी। ऐसे में दिसंबर माह के दौरान ही शासन से नए मास्टर प्लान- 2031 को मंजूरी मिल जाएगी। नया मास्टर प्लान लागू होने से जहां गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) का क्षेत्रफल बढ़ जाएगा, वहीं गाजियाबाद के विकास को नई रफ्तार भी मिलेगी। जाहिरतौर पर गाजियाबाद में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। नए रोजगार सृजित करने में टीओडी जोन की बड़ी भूमिका होगी।

नए मास्टर प्लान की ये होगी खासियत
गाजियाबाद को पहली बार जियोग्राफिक इंफोरमेशन सिस्टम (जीआईएस) बेस्ड मास्टर प्लान मिलेगा। जीडीए ने यह मास्टर प्लान भारत सरकार की एजेंसी डीडीएफ कंसलटेंट से तैयार करवाया है। जीआईएस बेस्ड होने के कारण पूरे क्षेत्र में कहीं कोई एक ईंट भी रखेगा तो इसकी जानकारी जीडीए को तत्काल मिलेगी। नए मास्टर प्लान में पर्यावरण संरक्षण और ट्रैफिक मैनेजमेंट को खास तवज्जो दी गई है। इसके साथ ही मेट्रो और आरआरटीएस रूट पर टीओडी जोन विकसित करने का प्रावधान है जो गाजियाबाद में रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा। टीओडी जोन में मिश्रित भूपयोग और अधिक एफएआर (फ्लोर एरिया रेशियो) मिलेगा।

जीडीए का एरिया बढ़ेगा
नया मास्टर प्लान लागू होने के साथ ही जीडीए का एरिया बढ़ जाएगा। नए मास्टर प्लान के मुताबितक डासना, लोनी, मोदीनगर और मुरादनगर की कुल मिलाकर 130 हेक्टेयर भूमि का भूउपयोग बदल जाएगा। डासना की सबसे अ‌धिक 50 हेक्टेयर भूमि का भूपयोग बदलकर कृषि से रेजीडेंशियल, कमर्शियल और इंस्टीटयूशनल हो जाएगी। इसी प्रकार मोदीनगर और मुरादनगर की 60 हेक्टेयर और लोनी की 20 हेक्टेयर भूमि का भी भूउपयोग परिवर्तित हो जाएगा। इससे गाजियाबाद में रियल एस्टेट सेक्टर को नई गति मिलेगी, निवेश बढ़ेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

2018 से तैयार किया जा रहा था मास्टर प्लान
जीडीए ने मास्टर प्लान- 2031 की तैयारी 2018 से शुरू कर दी थी। मास्टर प्लान तैयार होकर जीडीए बोर्ड से एप्रूव होने में करीब छह साल का समय लग गया। जीडीए बोर्ड ने भी पूरे मंथन के बाद पांचवीं बार में मास्टर प्लान को हरी झंडी दी थी। करीब दो साल का समय जीडीए बोर्ड की मंजूरी लेने में लगा। मास्टर प्लान में ब्लू लाइन और रेड लाइन मेट्रो के साथ आरआरटीएस रूट समेत तीन टोओडी (ट्रांजिट ओरियंटेड डेवलपमेंट) जोन शामिल हैं। टीओडी जोन गाजियाबाद के विकास को पंख लगाने का काम करेंगे।

शासन से दिसंबर में मंजूरी की उम्मीद
जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह ने बताया कि मास्टर प्लान- 2031 को 6 सितंबर, 2024 को बोर्ड से मंजूरी मिलने के बाद शासन को भेज दिया गया था। उसके बाद मास्टर प्लान के प्रारूप में शासकीय समिति से कुछ संसोधन करने के निर्देश दिए गए थे, संसोधित प्रारूप भी शासन को भेज दिया गया है, उम्मीद है कि जल्द ही शासकीय समिति प्रारूप फाइनल कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष प्रस्तुत करेगी। सीएम योगी की मुहर लगने के बाद शासन से मास्टर प्लान को हरी झंडी मिल जाएगी। जीडीए सचिव ने बताया कि वर्तमान मास्टर प्लान की समय सीमा वर्ष 2024 तक निर्धारित है। नए साल में नया मास्टर प्लान लागू होगा।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.