Ghaziabad News : आपको भूलना नहीं चाहिए कि 25 अक्टूबर को कौशांबी थाना पुलिस ने डेटिंग एप के जरिए हनी ट्रैप करने वाले एक गैंग का पुलिस ने खुलासा किया था। इस गैंग में शामिल युवतियां लोगों को अपने हुस्न के जलवे दिखाकर डेटिंग के बहाने बुलाती थीं और फिर गैंग के साथ कैफे के बिल के नाम पर मोटी रकम ऐंठ लेती थीं। ऐसी खबरों को याद रखेंगे तो हनी ट्रैप में फंसने से बचा जा सकता है। दरअसल ठीक वैसा ही गैंग आरडीसी में भी सक्रिय है। इस बात का खुलासा उस समय हुआ जब ग्रेटर नोएडा के एक बड़े इंस्टीटयूट का एक छात्र इस गैंग का शिकार होने के बाद कविनगर थाने पहुंचा। छात्र ने मामले में पुलिस को तहरीर दी है। कविनगर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।
छात्र को टिंडर एप के जरिए फंसाया
टिंडर एप के जरिए ग्रेटर नोएडा का एक छात्र एक युवती के संपर्क में आया। युवती ने एप पर मीठी- मीठी बातें करके नजदीकियां बढ़ाईं और फिर अपने हुस्न के जलवे दिखाकर छात्र को मिलने के बहाने गाजियाबाद बुला लिया। आरडीसी में मिलने पहुंचे छात्र को युवती गौड़ मॉल के पास एक कैफे में ले गई। कोल्ड ड्रिंक के साथ कुछ स्नेक्स का ऑर्डर किया। चिकनी- चुपड़ी बातें कीं। मीटिंग खत्म हुई तो छात्र को 38000 रुपये का बिल थमा दिया गया।
विरोध करने पर बंधक बनाया
मामले से खाने पीने का बिल 3000 रुपये देख छात्र भड़क गया। इस पर स्टाफ ने उसे घेर लिया और एक कमरे में ले गए, जहां कैफे का स्टाफ मारपीट पर उतारू हो गया। छात्र को समझ में आ चुका था कि उसे युवती ने बुलाकर फंसा दिया है। खुद को फंसा देख अपने मित्र को फोन कर पैसे मंगाए और सात हजार रुपये में मामले का निपटारा किया। छात्र ने कविनगर थाने पहुंचकर पुलिस को लिखित तहरीर दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
कौशांबी में क्या हुआ था
कौशांबी थाना पुलिस ने 25 अक्टूबर को वेव सिनेमा के पास टाइगर कैफे में हनी ट्रैप गैंग का खुलासा किया था। दरअसल टाइगर कैफे में 21 अक्टूबर को दिल्ली के एक युवक को डेटिंग एप के जरिए बुलाकर मोटा पैसा वसूला गया था, उसकी शिकायत पर पुलिस ने छापा मारकर गैंग का पर्दाफाश किया था। मौके से पुलिस ने पांच युवतियों व संचालक समेत आठ लोग गिरफ्तार किए थे।