Ghaziabad News : गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में बनने वाले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की सभी बाधाएं दूर हो गई है। यह स्टेडियम दो साल में बनकर तैयार होगा, जिसमें 55 हजार दर्शकों के बैठने की व्यवस्था होगी। पिछले साल "नमो भारत" के उद्घाटन कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने गाजियाबाद पहुंचे। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने केंद्रीय राज्यमंत्री वीके सिंह ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण में आने वाली बाधाओं का मुददा उठाया था। इसे सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने तत्कालीन जीडीए उपाध्यक्ष को निर्माण में आने वाली सभी औपचारिकताएं खत्म कर स्टेडियम का निर्माण जल्द शुरू कराने के निर्देश दिए थे। इसके बाद स्टेडियम के निर्माण में आने वाली सभी बाधाओं को दूर कर दिया गया है।
निर्माण के अवरोध का खात्मा
गाजियाबाद क्रिकेट एसोसिएशन (जीसीए) के चेयरमैन राकेश मिश्रा ने बताया कि स्टेडियम के निर्माण में हाईटेंशन लाइन और हो बढ़े फ्लोर एरिया रेशियो (एफएआर) की सभी बाधाएं दूर हो गई है। स्टेडियम के ऊपर से गुजरने वाली हाईटेंशन लाइन (एचटी) को हटा दिया गया है। साथ ही जीडीए से मांगे जा रहे 1.2 एफएआर और बिल्डिंग बायलॉज के अनुसार 0.6 एफएआर देने की बात पर भी सहमति बन गई है। वहीं, कैग की आपत्ति को भी दूर करा दिया गया है। कैग ने प्रशासनिक शुल्क के रुप में 7.77 करोड़ रुपये जमा करने की बात कही थी। स्टेडियम में 55 हजार दर्शकों के बैठने की क्षमता होगी। स्टेडियम के बनने से आसपास के लोगों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
450 करोड़ में होगा निर्माण
स्टेडियम के निर्माण में 9 साल की दूरी होने के कारण इसके निर्माण की लागत बढ़ गई है। बताते हैं कि 9 साल के दौरान स्टेडियम के निर्माण की लागत में 25 फीसदी तक इजाफा हुआ है। यह पूर्व में करीब 350 करोड़ आई थी, लेकिन अब बढ़कर 450 करोड़ हो गई है। इसमें से करीब 50 करोड़ रुपये जमीन खरीदने में खर्च हो चुके हैं। जबकि अन्य निर्माण होना बाकी है। गाजियाबाद में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनने से यह खेल सिटी बनेगा। यहां अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच समेत आईपीएल के मैच भी होंगे। साथ ही यहां रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। लोगों को रोजगार भी मिलेगा और राजनगर एक्सटेंशन क्षेत्र का तेजी से विकास भी होगा। नवोदित क्रिकेट खिलाड़ियों को भी इसका लाभ मिलेगा।