गाजियाबाद में कहां पिटी पुलिस

जानिए : गाजियाबाद में कहां पिटी पुलिस

गाजियाबाद में कहां पिटी पुलिस

Tricity Today | Symbolic image


Ghaziabad News : पुलिस को लेकर बड़ी सनसनीखेज खबर सामने आ रही है। पता चला है कि नामजद अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए दबिश देना पुलिस को भारी पड़ गया। गांव के लोगों से पुलिस का आमना सामना हो गया। महिलाओं ने भी मोर्चा को खोल दिया और पुलिस को बैरंग की लौटना पड़ा। नामजद आरोपी और 25 हजार के ईनामी को गांव वालों ने फरार कर दिया।

25 जुलाई की रात हुआ था मर्डर
कल्छीना निवासी रामकुमार जाटव हत्याकांड और बेटे पर सीकरी खुर्द फाटक के पास गोलीबारी हुई थी। गोलीबारी में रामकुमार की मौत हो गई थी।रामकुमार मोदीनगर में डेयरी चलाता था और वारदात के समय बाप-बेटे बाइक पर सवार होकर मोदीनगर से कल्छीना गांव लौट रहे थे। रामकुमार के बेटे की तहरीर पर पुलिस ने मामले में मुख्य आरोपी समेत पांच को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। अभी मामले में पुलिस दो नामजद आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। मामले में 25 हजार के ईनामी अंकित को गिरफ्तार करने के लिए मोदीनगर थाना पुलिस ने सीकरी खुर्द में दबिश दी थी, लेकिन गांव वालों से पुलिस के साथ मारपीट कर डाली और अंकित फरार हो गया।

पुलिस को जान बचाकर निकलना पड़ा
सीकरी खुद में अंकित घर पर है, इस बात की पुख्ता जानकारी पर पुलिस ने रात में गांव में दबिश दी थी। पुलिस पर सूचना तो सही थी, पर पुलिस गांव वालों को मूड भांपने में फेल हो गई। मोदीनगर थाना प्रभारी के नेतृत्व में गांव में पहुंची पुलिस ग्रामीणों के बीच ऐसी घिरी की गिरफ्तारी भूल पुलिस को जान बचाकर निकलना पड़ा। एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि मामले में मोदीनगर थाना प्रभारी ने 12 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इनमें पांच महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस ने मारपीट के एक आरोपी गिरफ्तार भी किया है।

बुग्गी लगाकर रोक दिया था पुलिस का रास्ता
एसीपी ने बताया कि ग्रामीणों ने बुग्गी लगाकर पुलिस का रास्ता रोक दिया था। ग्रामीणों ने पुलिस के साथ गाली- गलौच, धक्कर-मुक्की और मारपीट भी की है। मामले में थाना प्रभारी ने अंकित की मां सुखबीरी, गीता, रितिका, प्रियंका और कुसुम समेत पांच महिलाओं समेत 12 को नामजद कराया है। अन्य नामजद आरोपियों में सुमित गोस्वामी, सुमित का जीजा रविंद्र, रणवीर, मोहित और तीन अज्ञात हैं। एक आरोपी सुमित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

इसी मामले में हुआ था डीसीपी का तबादला
बता दें 25 जुलाई की रात हुए इस हत्याकांड के अगले दिन ग्रामीणों ने मोदीनगर में पुलिस को जमकर खरी खोटी सुनाई थीं। मामले में 26 जुलाई को देर रात डीसीपी रूरल विवेक चंद्र यादव को शासन से तबादला कर दिया गया था। दरअसल मामले में दलित समाज की ओर से प्रदर्शन करने के बाद कहीं न कह‌ीं इस तरह का संदेश जाने की बात उठने लगी थी क‌ि पुलिस दलितों की सुनवाई नहीं कर रही है।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.