Ghaziabad News : लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव लोकसभा चुनाव-2024 की रणभेरी बजने में कुछ ही समय बचा है। माना जा रहा है कि अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के तुरंत बाद निर्वाचन आयोग चुनावों की तारीखों का ऐलान कर देगा। ऐसे में सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी चुनावी रणनीति को धार देने में जुट गए हैं। फिर चाहे सत्ताधारी दल भाजपा हो या देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस। दोनों ही दलों का खास फोकस उत्तर प्रदेश पर ही है। क्योंकि देश को सबसे ज्यादा एकमुश्त 80 सांसद देने वाला राज्य उत्तर प्रदेश ही है। ऐसे में ऐतिहासिक शहर गाजियाबाद से बड़ी खबर सामने आ रही है। खबर है कि गाजियाबाद लोकसभा सीट पर भाजपा के तीसरी बार दौड़ने वाले 'विजयी' रथ को रोक पाने में सक्षम एक अमोघ अस्त्र का चयन कांग्रेसियों ने कर लिया है। अब यह तो चुनाव का रिजल्ट ही बताएगा कि यह अस्त्र कितना कारगर साबित होता है...
पश्चिमी यूपी के दौरे पर तीन सदस्यीय टीम
लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने प्रत्याशियों की तलाश शुरू कर दी है। इसके लिए पार्टी ने सभी दावेदारों से बायोडेटा मांगे हैं। जिला संगठन से भी लोकसभा के लिए प्रत्याशियों के नाम पर सुझाव लिए जा रहे हैं। इस बार कांग्रेस अपने प्रत्याशियों का ऐलान भी जल्द से जल्द करने के मूड में है, ताकि प्रचार के लिए उन्हें भरपूर समय मिल पाए। बता दें, उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के पास सिर्फ एक लोकसभा सीट है, जबकि भाजपा के खाते में 62 सीटें हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए पश्चिमी यूपी की सीटों पर संभावित उम्मीदवारों के चयन के लिए कांग्रेस की तीन सदस्यीय टीम इन दिनों दौरे पर है। इस टीम में शामिल दो महिलाएं और एक पुरुष सदस्य पिछले दिनों पहले हापुड़ और बुलंदशहर का दौरा करने के बाद गाजियाबाद पहुंचे।
दिग्गजों की डिमांड, जल्द हो चयन
गाजियाबाद में तीन सदस्यीय टीम ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से इस बाबत मुलाकात कर यह जानने की कोशिश की कि लगातार दो बार से सांसद जनरल विजय कुमार सिंह के मुकाबले चुनाव मैदान में किसे उतारा जाना चाहिए। सर्वे करने आई टीम के साथ स्थानीय नेताओं ने गंभीरता से बात की और ऐसे नाम पर सहमति जताई, जो मजबूती के साथ चुनाव मैदान में उतर सके। गाजियाबाद की जनता, खासतौर पर युवा मतदाताओं की जुबान पर यह नाम हो। बता दें कि हाल ही में हुई बैठकों में ये मांग निकलकर सामने आई थी कि लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों के नामों की घोषणा करने में अधिक समय न लगाया जाए। चुनाव से एक महीने पहले ही उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया जाए, ताकि उसे प्रचार के लिए पूरा समय मिल पाए। साथ ही दिग्गजों और बड़े नाम को मैदान में उतारने की भी मांग कांग्रेस में हो रही है।
कुमार विश्वास के नाम पर सहमति
गाजियाबाद के कांग्रेसियों से विमर्श के लंबे दौर के बाद टीम के सामने जो नाम निकल सामने आया, वह युवा दिलों की धड़कन प्रख्यात कवि कुमार विश्वास का नाम था। कुछ देर की बातचीत के बाद सर्वे करने वाले और कांग्रेसी कुमार विश्वास के नाम पर सहमत नजर आए। राजनीति में कुमार विश्वास के नाम को कांग्रेसियों ने हवा तो दी है, देखना होगा कि कांग्रेसियों का यह सुझाव आने वाले समय में कितना परवान चढ़ पाता है।
कौन हैं कवि कुमार विश्वास
कवि कुमार विश्वास आज पहचान के मोहताज नहीं हैं। मौजूदा दौर के वह ऐसे कवि हैं, जो आज के युवाओं के दिलों पर राज करते हैं। हर शख्स की जुबान पर उनका नाम है। वे गाजियाबाद जनपद से सटे पिलखुवा कस्बे के मूल निवासी हैं। कुमार विश्वास पूर्व में आम आदमी पार्टी से जुड़े थे। युवाओं की जुबान पर ओजस्वी कवि के रूप में उनका नाम चढ़ा हुआ है। इसमें कोई दो राय नहीं कि शायद ही कोई युवा होगा, जो कुमार विश्वास के नाम से वाकिफ नहीं होगा।
भाजपा का अजय चेहरा हैं जनरल साहब
जनरल वीके सिंह पिछले दो चुनावों से गाजियाबाद लोकसभा सीट पर जीत दर्ज रहे हैं। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में जनरल वीके सिंह को 9,44,503 वोट मिले थे। उनके मुकाबले सपा और बसपा गठबंधन के प्रत्याशी दिवंगत सुरेश बंसल 4,43,003 वोट ले पाए। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी डॉली शर्मा मात्र 1,11,944 वोट ही प्राप्त कर सकी थीं। जनरल वीके सिंह ने गाजियाबाद लोकसभा सीट पर 5,01,500 वोटों से जीत दर्ज की। इससे पहले साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भी जनरल वीके सिंह ने 7,58,482 वोट लेते हुए कांग्रेस के राज बब्बर को 5,67,260 वोटों से हराया था। राज बब्बर को 1,91,222 वोट मिले थे।