Ghaziabad News : नवरात्रों के दौरान जगह-जगह रामलीला के मंचन का आयोजन किया जाता है। रामलीला के माध्यम से अच्छाई और बुराई के भेद का ज्ञान मिलता है। हमारी संस्कृति को जिंदा रखा जाता है। ऐसे ही महापौर सुनीता दयाल लगातार शहर की विभिन्न रामलीलाओं में जा रही है और प्लास्टिक प्रयोग न करने का संदेश दे रही है। हाल ही महापौर सुनीता दयाल राज नगर रामलीला में गयी और रामलीला मंचन के बाद मेले में गई।
महिला सशक्तिकरण
इस दौरान महापौर ने देखा कि महिला शक्ति अत्यधिक मात्रा में अपनी प्रतुती प्रस्तुत कर रहीं हैं और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। महिलाओं द्वारा मेले में हस्त निर्मित सामग्री का स्टॉल लगाया गया है। जिससे वह अपने परिवार के लालन पालन का खर्च स्वयं उठा सकें। महिला सशक्तिकरण की मिसाल भी बन सकेंष महापौर मेले में स्थित सभी महिलाओं की स्टॉल पर पहुंची, उनसे मिली और उनका हौसला भी बढ़ाया।
महापौर सुनीता दयाल ने कहा कि आज हमारे देश की महिला अंतरिक्ष, समुंदर, थल, हवाई जहाज से लेकर ई-रिक्शा चलाने, बल्कि हर स्थान हर क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। देश की समृद्धि में योगदान कर रही है और ऐसी ही प्रतिभा आज इस मेले में महिलाओं द्वारा दिखाई गई है। उन्होंने कहा कि मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है कि मेले में पुरुषों से अधिक स्टॉल पर महिलाएं अपनी भूमिका निभा रही है और इस नई शुरुआत से पूरे देश में ये बदलाव आया है आज सभी स्थानों पर महिलाएं 60 प्रतिशत की भागीदारी निभा रही है और अब वो दिन दूर नही की हमारी सेना में भी हमारी महिलाएं 60 प्रतिशत की भूमिका निभाएंगी।