कर्नल त्यागी को बलूचिस्तान का सर्वोच्च सम्मान प्रदान किया,  विशेष पगड़ी पहनाई

गाजियाबाद पहुंचे मीर यार : कर्नल त्यागी को बलूचिस्तान का सर्वोच्च सम्मान प्रदान किया,  विशेष पगड़ी पहनाई

कर्नल त्यागी को बलूचिस्तान का सर्वोच्च सम्मान प्रदान किया,  विशेष पगड़ी पहनाई

Tricity Today | राष्ट्रीय सैनिक संस्था के गाजियाबाद कार्यालय में कर्नल टीपी ज्यागी को पगड़ी पहनाते मीर यार

Ghaziabad News : बलूचिस्तान Freedom Movement के भारत चैप्टर के अध्यक्ष मीर यार शनिवार को गाजियाबाद में मॉडल टाउन ‌स्थित राष्ट्रीय सैनिक संस्था के कार्यालय पहुंचे और संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर चक्र प्राप्त कर्नल तेजेन्द्र पाल त्यागी को विशेष पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया। यह पगड़ी बलूचिस्तान का सर्वोच्च सम्मान मानी जाती है। इस मौके पर कर्नल त्यागी ने कहा कि हम बलूचिस्तान Freedom Movement को अपना मॉरल सपोर्ट देते हैं। इस संबंध मे हम प्रथम चरण में " People to People" कॉन्टेक्ट का भी अनुसरण करेंगे |

बलूचिस्तान पर पाक का कब्जा, जुल्म करते हैं पाकिस्तानी
बलूचिस्तान Freedom Movement के भारत चैप्टर के अध्यक्ष  मीर यार ने कहा कि हमारा देश स्वतंत्र था। इसे 1839 में अंग्रेजों ने ईरान और अफगानिस्तान के बीच बांट दिया। बाद में 1948 में पाकिस्तान ने इसके एक बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया, जबकि दिखाया यह गया कि बलूचिस्तान अपनी मर्जी से पाकिस्तान मे शामिल हुआ है। पिछले सात दशकों से पाकिस्तान बलूच लोगों पर जुल्म कर रहा है, हमारे नागरिकों पर टॉर्चर किया जाता है, उन्ह‌ें गायब कर दिया जाता है और महिलाओं का उत्पीड़न किया जाता है। बलूचिस्तान Freedom Movement इस शोषण के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है।

भारत से दोस्ती का हाथ बढ़ाया
मीर यार ने कहा कि बलूचिस्तान में सोने, चांदी, जिंक, कॉपर आदि की खानें हैं, ऑइल और नेचुरल गैस का भंडार है, और यह देश भारत को मध्य एशिया, यूरोप और मिडल ईस्ट से जुड़ने के लिए एक बड़ा गलियारा है। हम भारत की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाते हैं। मीर यार राष्ट्रीय सैनिक संस्था के राष्ट्रीय संरक्षक प्रोफेसर डाॅ. पवन सिन्हा (गुरु जी) और मेजर जनरल जीडी बख्शी को पहले ही इस पगड़ी से सम्मानित कर चुके हैं। इस अवसर पर कर्नल त्यागी ने कहा कि हमारी जानकारी में है कि चीन, बलूचिस्तान की बेशकीमती खदानों से मिनरल्स निकाल रहा है। चीन ग्वादर पोर्ट के जरिए यहां की जमीन पर कब्जा कर रहा है, जिसका हम विरोध करते हैं।

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